आशुतोष को मिले इंसाफ, अपने बेटे को इंसाफ दिलाने के लिए,लड़ रहे हैं मां के आंसू......
पुलिस ने नहीं उठाया अभी तक कोई ठोस कदम अपने बेटे की अचानक सड़क दुघर्टना में मृत्यु से सदमे में आए,चौबे परिवार की व्यथा,आंसुओं में डूबी हुई है।
शासन प्रशासन उनकी परेशानियों पर मौन साधे बैठा है।
आखिर मामला क्या है जाने........
नरसिंहपुर:-आशुतोष चौबे की मां ने बताया कि उनके बेटे ने उनसे घटना के ठीक पहले फोन पर बात की थी जिसमें उसने अपनी पत्नी पल्लवी से तंग आकर 1 दिन जल्दी आने की बात कही थी।यह भी कहा था इस शादी में उसके साथ बहुत बड़ा धोखा हुआ है और वह घर आकर पल्लवी के माता-पिता के साथ बैठकर आप सबके सामने सारी बातें खुलकर रखेगा।
दोबारा शाम 6:00 बजे जब बात हुई तो उसने बताया कि वह नरसिंहपुर से निकल रहा है उसकी कार का चार पांच लोग पीछा कर रहे हैं लेकिन फिलहाल वह सुरक्षित है और पुलिस के संपर्क में है।
वहीं मृतक के पिता श्यामसुंदर चौबे ने बताया की आशुतोष के बैंक मैनेजर ने फोन करके आशुतोष से बात करने के लिए कहा जब उन्होंने फोन लगाया तो उन्हें आशुतोष के एक्सीडेंट की जानकारी मिली वह शीघ्र ही नरसिंहपुर के लिए रवाना हुए।
लेकिन वहां पुलिस ने कोविड-19 के नियमों का हवाला देकर, पहले तो उन्हें अपने घायल बेटे से मिलने से रोका गया और इसके बाद उसकी मृत्यु वाले दिन से लेकर, तेरहवीं के दिन हुए हंगामे तक,बहू की संदिग्ध गतिविधियों और बेटे के मोबाइल डाटा से प्राप्त जानकारी के आधार पर वह इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि एक सोची समझी साजिश के तहत,उनके बेटे की हत्या की गई है।
अब स्व.आशुतोष के पिता श्यामसुंदर चौबे ने पुलिस प्रशासन और न्यायपालिका से गुहार लगाई है कि उनके बेटे की मौत के दोषियों को पकड़कर,जल्द से जल्द उन्हें सजा दी जाए,ताकि उनके बेटे को इंसाफ मिल सके।
सबसे अहम बात पूर्व सैनिक संघ के अध्यक्ष रजनीश सिंह इस लड़ाई में मृतक के पिता के साथ है क्योंकि मृतक के पिता आर्मी से सेवानिवृत्त हुए,न्याय के लिये जबलपुर जोन महानिरीक्षक से मुलाकात कर ज्ञापन दिया और मृत आशुतोष के न्याय के लिये गुहार लगाई और साथ ही यह भी कहा यदि हमें10से 15दिन के अंदर शीघ्र ही न्याय नही मिला तो पूर्व सैनिक संघ के द्वारा हाईवे में चका जाम करेगें......