नोटिस सिर्फ कागजों में?ग्वारीघाट में दुकानों पर चली निगम की मनमानी,सड़क निर्माण के नाम पर तोड़फोड़ से बवाल...
जबलपुर।नगर निगम की कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में है।ग्वारीघाट स्थित नर्मदा नगर में सड़क निर्माण के नाम पर बिना नोटिस दुकानों में की जा रही तोड़फोड़ ने स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़का दिया है।क्षेत्रीय नागरिकों का आरोप है कि नगर निगम ने न तो कोई लिखित नोटिस दिया और न ही वैकल्पिक व्यवस्था की,इसके बावजूद अचानक भारी मशीनें पहुंचीं और दुकानों के सामने खुदाई शुरू कर दी गई।इस कार्रवाई से कई दुकानदारों का व्यापार पूरी तरह ठप हो गया है।स्थानीय लोगों का कहना है कि यह विकास नहीं बल्कि प्रशासनिक दबंगई है,जिसमें ठेकेदार और निगम अधिकारी मिलकर गरीब व्यापारियों की रोजी-रोटी पर बुलडोजर चला रहे हैं।विरोध करने पर ठेकेदार द्वारा दबाव बनाने के भी आरोप लगाए गए हैं।वहीं नगर निगम के साइड इंजीनियर का दावा है कि क्षेत्रीय लोगों को पहले ही नोटिस जारी किए जा चुके हैं,लेकिन स्थानीय नागरिक इस दावे को पूरी तरह झूठा बता रहे हैं। अब सवाल यह है कि अगर नोटिस दिए गए थे तो वे किसे और कब दिए गए?फिलहाल क्षेत्र में तनाव का माहौल है और लोग नगर निगम की इस कार्रवाई को तत्काल रोकने की मांग कर रहे हैं।



