शिक्षक दिवस पर वादा या धोखा?चौथे वेतनमान का ऐलान,लेकिन शिक्षकों ने कहा –"2025-26 तक इंतजार क्यों?"
भोपाल।शिक्षक दिवस 2025 पर मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने राज्यभर के 1.50 लाख शिक्षकों को चौथे वेतनमान देने की घोषणा की।लेकिन यह योजना अगले वित्तीय वर्ष 2025-26 से लागू होगी।ऐलान होते ही शिक्षकों में मिश्रित प्रतिक्रियाएं सामने आईं–कहीं खुशी,तो कहीं नाराज़गी।
शिक्षकों ने जताई नाराज़गी
प्रदेश के कई शिक्षक संगठनों ने सवाल उठाए कि –
•“जब सरकार मानती है कि हम हकदार हैं तो लागू तुरंत क्यों नहीं किया गया?”
•“हर बार चुनाव नज़दीक आते ही वादे होते हैं, लेकिन क्रियान्वयन में सालों लग जाते हैं।”
•“यह तोहफ़ा नहीं बल्कि झुनझुना है।”
विपक्ष का हमला
कांग्रेस और वाम दलों ने सीएम को घेरते हुए कहा–
•“शिक्षक दिवस को भाजपा ने वादाखिलाफी दिवस बना दिया।”
•“यह घोषणा नहीं, एक और चुनावी जुमला है।”
•“गुरुजनों को तारीख़ों का खेल देकर बहलाया जा रहा है।”
सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग
सीएम के ऐलान के बाद X (ट्विटर) और फेसबुक पर लोगों ने सरकार को आड़े हाथों लिया।
•एक यूज़र ने लिखा-“शिक्षक दिवस पर उपहार नहीं,बस चुनावी प्रलोभन।”
•दूसरे ने तंज कसा–“गुरुजनों को सिर्फ तारीख़ों का खेल दिया गया, पैसा कब मिलेगा यह भगवान जाने।”
•कई शिक्षकों ने हैशटैग#वादा_निभाओ और #TeacherDay Politics ट्रेंड कराना शुरू कर दिया।
विद्यार्थियों के नाम पर राजनीति?
सीएम ने 55 लाख विद्यार्थियों के लिए गणवेश हेतु ₹330 करोड़ जारी करने की भी बात कही।विपक्ष का कहना है कि“सरकार को बच्चों और शिक्षकों की याद सिर्फ समारोह और खास दिनों पर आती है,बाकी साल समस्याओं की अनदेखी की जाती है।”
