मध्यप्रदेश प्रशासनिक फेरबदल:अचानक तबादलों से अफसरशाही में हड़कंप,विकास कार्य ठप होने की आशंका!
जबलपुर से इंदौर-उज्जैन तक कलेक्टर-कमिश्नर बदले,अफसरों में अनिश्चितता का माहौल...
भोपाल/जबलपुर।मध्यप्रदेश में अचानक किए गए बड़े प्रशासनिक फेरबदल ने अफसरशाही को हिला दिया है।सरकार ने जबलपुर,इंदौर,उज्जैन और बड़वानी समेत कई जिलों में कलेक्टर व नगर निगम कमिश्नरों को बदल दिया है।सवाल यह उठ रहा है कि क्या इन तबादलों से जिलों की विकास योजनाओं और प्रशासनिक कार्यों की रफ्तार थम जाएगी?
जबलपुर में झटका
•दीपक सक्सेना—कलेक्टर पद से हटाकर भोपाल भेजे गए।
•राघवेंद्र सिंह—नए कलेक्टर,जिनकी एंट्री से अफसरशाही में खौफ का माहौल।
•राम अहीरवार—जबलपुर नगर निगम के नए कमिश्नर।
•प्रीति यादव—निगमायुक्त जबलपुर से हटकर आगर मालवा की कलेक्टर बनीं।
👉सवाल उठ रहा है कि इतने कम समय में हुए बदलाव से क्या जिले की योजनाओं की निरंतरता टूट जाएगी?
इंदौर,उज्जैन और बड़वानी भी प्रभावित
•शिवम् वर्मा—कलेक्टर,इंदौर।
•दिलीप यादव—कमिश्नर,नगर निगम इंदौर।
•आशीष सिंह—उज्जैन के कमिश्नर।
•जयती सिंह—कलेक्टर,बड़वानी।
👉स्थानीय स्तर पर कहा जा रहा है कि“फेरबदल तो हो गया,लेकिन जनता की समस्याओं पर क्या असर पड़ेगा?”
हड़कंप के हालात
•अचानक हुए तबादलों से अफसरों में असुरक्षा और अनिश्चितता का माहौल।
•विकास परियोजनाओं पर ब्रेक लगने की आशंका।
•कई कर्मचारी यह मान रहे हैं कि“नई तैनाती में समय तो जाएगा,नुकसान जनता को होगा।”
इस फेरबदल ने सरकार की नीयत और प्रशासनिक स्थिरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।