जबलपुर मेडिकल कॉलेज:वार्ड में चूहों का आतंक,मरीजों की सुरक्षा पर उठे बड़े सवाल...
जबलपुर।शहर के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज अस्पताल से लापरवाही की चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई है।मानसिक रोग विभाग में भर्ती मरीज और अटेंडर चूहों का शिकार बन गए,बताया जा रहा है कि दो मरीज और एक अटेंडर के पैर चूहों ने कुतर दिए,जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन की पोल खुल गई।वार्ड में घुसा‘खौफ’
वार्ड में चूहों के हमले ने मरीजों और उनके परिजनों को दहशत में डाल दिया है।जिन वार्डों में मरीजों को इलाज और सुरक्षा मिलनी चाहिए,वहां अब चूहों का आतंक है।परिजनों का आरोप है कि जब उन्होंने मरीजों की एड़ियों में घाव देखा तो स्टाफ ने पहले लापरवाही दिखाई,बाद में हंगामा बढ़ा तो इलाज शुरू किया गया।
प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल
•इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई कि चूहे वार्ड में घुसकर मरीजों तक पहुंच गए?
•क्या अस्पताल में सफाई और निगरानी सिर्फ कागजों पर चल रही है?
•मरीजों को सुरक्षित रखने का दावा क्या सिर्फ औपचारिकता है?
प्राथमिक उपचार से मामला दबाने की कोशिश
घायल मरीजों और अटेंडर को भले ही प्राथमिक उपचार दिया गया हो,लेकिन घटना ने मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं।यह पहली बार नहीं है जब अस्पताल में लापरवाही उजागर हुई है,लेकिन मरीजों को चूहों के हमले का शिकार होना निश्चित ही भयावह है।
त्योहारों से पहले बढ़ी चिंता
जबलपुर में नवरात्रि जैसे बड़े धार्मिक पर्व नजदीक हैं,इस बीच मेडिकल कॉलेज की यह घटना शहरवासियों में डर पैदा कर रही है कि अगर सबसे बड़े सरकारी अस्पताल की हालत ऐसी है तो बाकी जगह स्थिति कैसी होगी?