खितौला बैंक डकैती ने खोली सुरक्षा की पोल: जेल से छूटते ही‘दास गैंग’ने लूट लिया 15 किलो सोना,पुलिस महीने भर बाद पकड़ सकी मास्टरमाइंड...
जबलपुर।मध्यप्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करने वाली एक बड़ी वारदात का खुलासा हुआ है।खितौला थाना क्षेत्र में ESAF Small Finance Bank में 11 अगस्त 2025 को हुई सनसनीखेज डकैती में शामिल कुख्यात डकैत राजेश दास उर्फ आकाश दास को पुलिस ने आखिरकार बिहार से गिरफ्तार किया।👉लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि—
•18 जून 2025 को जेल से छूटने के महज 50 दिन बाद ही दुर्दांत अपराधी ने जबलपुर में 15 किलो सोना और 5 लाख रुपये लूट लिए।
•गैंग ने बैंक और पुलिस दोनों की सुरक्षा व्यवस्थाओं की पोल खोल दी।
•गिरफ्तारी में पुलिस को पूरे 20 दिन से ज्यादा का वक्त लग गया।
👉डकैती का तरीका और पुलिस की नाकामी
•5 हथियारबंद डकैतों ने दिनदहाड़े बैंक को निशाना बनाया और लाखों का माल लेकर फरार हो गए।
•गिरोह का सरगना राजेश दास 2011 से अब तक दर्जनों बैंकों को लूट चुका है,लेकिन उसके नेटवर्क पर पुलिस अब तक शिकंजा कसने में नाकाम रही।
•गैंग का सहयोगी इंद्रजीत दास गिरफ्तार हुआ तो राज खुला कि लूट का माल बिहार में खेतों में गाड़कर छिपाया गया था।
👉कानून-व्यवस्था पर सवाल
•जबलपुर और आसपास की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल उठ रहे हैं कि कैसे जेल से हाल ही में छूटा दुर्दांत अपराधी बिना किसी खौफ के बैंक लूट को अंजाम दे गया?
•आखिर पुलिस को इतने राज्यों में दबिश देने के बाद ही मास्टरमाइंड पकड़ना क्यों पड़ा?
•क्या पुलिस समय रहते निगरानी करती तो यह डकैती टाली जा सकती थी?
👉लंबा क्रिमिनल रिकॉर्ड,फिर भी आज़ाद घूमता रहा
राजेश दास पर गया,जमुई,सासाराम,पुरुलिया और रायगढ़ की बैंकों में डकैती सहित दर्जनों अपराध दर्ज हैं।बावजूद इसके अपराधी बार-बार जेल से छूटकर नई वारदात को अंजाम देता रहा,जो सीधे-सीधे प्रशासन की लापरवाही को दर्शाता है।