अन्नदाता सड़क पर,माफिया मालामाल!मजिठा वेयरहाउस घोटाले ने खोला प्रशासन की पोल–किसानों का पैसा रोका,व्यापारियों की जेब भरी...
जबलपुर।बरगी विधानसभा के मजिठा वेयरहाउस से एक चौंकाने वाला घोटाला सामने आया है। यहां मूंग और उड़द बेचने वाले 150 से ज्यादा किसान पिछले एक महीने से भुगतान के इंतज़ार में हैं।कर्ज़ और आर्थिक तंगी से जूझ रहे ये अन्नदाता परेशान हैं, जबकि व्यापारी और वेयरहाउस माफिया करोड़ों की रकम डकार चुके हैं।👉किसानों के साथ धोखा,माफिया को फायदा
समाजवादी पार्टी ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाया कि–
•समिति प्रभारी और ऑपरेटरों ने वेयरहाउस संचालक आदेश तिवारी व उसके कारोबारी साथियों के साथ मिलकर 800 क्विंटल की फर्जी खरीदी दिखा दी।
•किसानों का भुगतान रोककर व्यापारियों को पहले पैसे दिए गए।
•वारदाना के नाम पर किसानों से 300 रुपये प्रति क्विंटल और हर बोरी से 400 ग्राम अनाज जबरन वसूला गया।
👉कैमरों में कैद सच्चाई,फिर भी कार्रवाई नहीं
वेयरहाउस में लगे 20 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे गवाही दे रहे हैं कि किसान अपना अनाज लेकर पहुंचे थे।इसके बावजूद प्रशासन अब तक कार्रवाई करने में नाकाम साबित हो रहा है,सवाल ये उठता है कि क्या अधिकारी भी इस खेल में शामिल हैं?
👉किसानों का अल्टीमेटम
समाजवादी पार्टी ने चेतावनी दी है कि अगर किसानों को न्याय और भुगतान नहीं मिला तो वेयरहाउस का ताला तोड़कर किसान अपना अनाज खुद वापस ले लेंगे।
👉प्रशासन पर गंभीर सवाल
इस पूरे घोटाले ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिए हैं।आखिर क्यों पहले किसानों को पैसा देने की बजाय व्यापारियों के खातों में रकम पहुंचाई गई?क्या सरकार और अफसरशाही अन्नदाताओं को दबाने के लिए माफिया के साथ खड़ी है?