जिस बेटे को घोड़ी पर चढ़ते देख मां की आंखें भर आतीं, वह बेटा तिरपाल में लिपटा लौट आया। हरगोविंदपुर गांव के सूरज पाल (20) की शादी बदायूं के सिरसौल गांव में तय थी। बारात पहले निकल गई थी, लेकिन सूरज और परिवार की गाड़ी थोड़ी देर से चली — और फिर कभी नहीं लौटी।
शुक्रवार की शाम करीब छह बजे जुनावई थाना क्षेत्र में तेज रफ्तार बोलेरो वाहन बेकाबू होकर जनता इंटर कॉलेज की दीवार से टकरा गया। हादसा इतना भीषण था कि बोलेरो के परखच्चे उड़ गए। उसमें सवार आठ लोग — जिनमें 3 साल की बच्ची ऐश्वर्या, 15 साल की बहन कोमल, चाचा-चाची, मामा-मामी तक — सभी की मौके पर ही मौत हो गई।
गांव में मातम है। मंगल गीतों की जगह अब विलाप गूंज रहा है। सूरज की मां ने अपने बेटे के लिए पीले चावल चढ़ाए थे, लेकिन किस्मत ने तिरंगे की जगह सफेद कफन भेजा।
स्थानीय लोगों का कहना है कि गाड़ी की रफ्तार बहुत तेज थी, शायद इसीलिए ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया। यह रफ्तार शादी की जल्दी नहीं, एक पूरे परिवार की जिंदगी लील गई।