नई दिल्ली।।देश की न्यायपालिका के भीतर हलचल मचाने वाले कथित ‘कैश कांड’ में फंसे इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा ने तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश (CJI) संजीव खन्ना के इस्तीफे के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। जस्टिस वर्मा ने एक स्पष्ट पत्र में कहा है कि वह न तो पद छोड़ेंगे, न ही न्यायिक गरिमा से समझौता करेंगे।
सूत्रों के अनुसार, वर्मा ने अपने जवाब में इस मामले को एक सुनियोजित साजिश करार दिया है और कहा है कि उन्हें अपनी बात रखने का अवसर तक नहीं दिया गया। उन्होंने न्यायिक समिति की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि निष्पक्ष सुनवाई की बुनियादी शर्तें पूरी नहीं की गईं।
