रूस इस समय आर्थिक अस्थिरता के त्रिकोण में फंसा है—जंग, प्रतिबंध और ब्याज दरों का दबाव,सेंट पीटर्सबर्ग में इकोनॉमी मिनिस्टर रेशेत्निकोव ने खुलकर स्वीकार किया कि देश मंदी के करीब है।
यूक्रेन युद्ध की लंबी अवधि और पश्चिमी देशों के आर्थिक प्रतिबंधों ने व्यापारिक मार्ग सीमित कर दिए हैं। 2025 में रूस का रक्षा बजट Cold War के बाद सबसे ऊँचे स्तर पर है। नतीजा—शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सेवाओं की भारी उपेक्षा।रूस की आम जनता इस संकट की असली कीमत चुका रही है—खाद्य वस्तुओं की कीमतें बेतहाशा बढ़ गई हैं, जबकि उत्पादन और श्रमिक शक्ति में भारी गिरावट आई है।