नारायणपुर/रायपुर:
बस्तर का आदिवासी इलाका, जहाँ कभी गोलियों की गूंज आम थी, अब सड़क, स्कूल और समृद्धि की बातें कर रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का यह दौरा केवल सुरक्षा नहीं, सामाजिक पुनर्निर्माण और नागरिक भागीदारी को भी केंद्र में ला रहा है।
अमित शाह न केवल जवानों से संवाद करेंगे, बल्कि नारायणपुर के ग्रामीणों से भी सीधे बातचीत करेंगे। यह दर्शाता है कि केंद्र सरकार अब नक्सल क्षेत्रों को "संवेदनशील क्षेत्र" नहीं, बल्कि "सक्षम भागीदार" मान रही है।
स्वास्थ्य केंद्र, शिक्षा सुविधा, पेयजल योजनाएँ — इन सभी पर ग्रामीणों से फीडबैक लिया जाएगा। यह नीचे से ऊपर की विकास रणनीति का संकेत है, जो वर्षों की उपेक्षा को बदल सकती है।

