रिपोर्ट:मध्य भारत पर इस समय मौसम की चार प्रमुख प्रणालियाँ सक्रिय हैं, जिनके चलते मध्य प्रदेश में मानसून ने तीन दिनों में लगभग संपूर्ण विस्तार ले लिया है। मौसम विभाग की वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई सुरेंद्रन के अनुसार, उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ती लो प्रेशर गतिविधियाँ और ट्रफ लाइनें प्रदेश में वर्षा को लगातार तेज़ करेंगी।
भिंड जिला फिलहाल इस कवरेज से बाहर है, लेकिन 24 से 48 घंटों में वहां भी वर्षा की संभावना है। खासतौर पर धार, मंदसौर, झाबुआ, नीमच और रतलाम में बुधवार को भारी बारिश का अलर्ट मौसम वैज्ञानिकों द्वारा जारी किया गया है।
इस मौसमी गतिविधि का असर केवल कृषि तक सीमित नहीं, बल्कि नगरीय जलप्रबंधन और आपदा प्रतिक्रिया प्रणाली पर भी गहरा प्रभाव डालने वाला है।