रिपोर्ट:
पति-पत्नी के रिश्ते की नींव विश्वास होती है, लेकिन पन्ना की इस घटना ने उस नींव को ही हिला दिया। हल्की बाई ने न सिर्फ अपने पति कृपाल को छोड़ दिया, बल्कि उसे कागजों में मृत भी करवा दिया – ताकि वह प्रेमी से विवाह कर सके।
30 साल पुराना रिश्ता, तीन बेटे-बेटियाँ और एक मानसिक रूप से अस्वस्थ बच्चा, और अंत ऐसा कि पति को ही सिस्टम से गायब करवा दिया गया।
महिला ने किसी भी सरकारी योजना या लाभ के लिए यह नहीं किया, तो फिर क्यों? क्या समाज में वैवाहिक अलगाव को लेकर जागरूकता की कमी आज भी तलाक की प्रक्रिया को नजरंदाज करने पर मजबूर करती है?
यह सिर्फ एक घटना नहीं, हमारे समाज में महिलाओं की स्वतंत्रता, विवाह संस्थान, और प्रशासनिक प्रक्रियाओं के बीच उलझी एक नई बहस है।