लंदन। अब आप आंखों पर चश्मा लगाकर भी नहीं देख रहे होंगे, बल्कि विज्ञान देख रहा होगा—और वो भी दिन में, बार-बार। यूरोप की 'प्रोबा-3' परियोजना ने ऐसा तकनीकी चमत्कार कर दिखाया है, जिससे अब सूर्यग्रहण कृत्रिम रूप से बार-बार किया जा सकता है।
पेरिस एयर शो में वैज्ञानिकों ने इस प्रयोग की तस्वीरें साझा कीं, जिसमें दो उपग्रहों ने मिलकर एक काल्पनिक चंद्रमा बनाया और सूर्य को छिपा दिया। यह नज़ारा उतना ही प्रभावशाली है जितना एक वास्तविक सूर्यग्रहण।
अब अनुमान है कि यह मिशन 200 बार सूर्यग्रहण बनाएगा और लगभग 1000 घंटे का अध्ययन समय देगा। ये वही पल हैं, जो सामान्यतः केवल दो-तीन मिनट में खत्म हो जाते हैं। सूर्य का रहस्य अब धीरे-धीरे सामने आ रहा है—और वो भी वैज्ञानिकों के नियंत्रण में।
