जबलपुर:अधिकारीयों की घोर लापरवाही...जबरन करा रहें हैं 5 वीं-8 वीं बोर्ड परीक्षा का मूल्यांकन...जानकर भी अनजान बने अधिकारी...?

अधिकारीयों की घोर लापरवाही...जबरन करा रहें हैं 5 वीं-8 वीं बोर्ड परीक्षा का मूल्यांकन...जानकर भी अनजान बने अधिकारी...?   
ब्यूरो रिपोर्ट...

जबलपुर।।जबलपुर में 5 वीं एवं 8 वीं बोर्ड की परीक्षाओं में जल्दबाजी में घोर अनियमिततायें बरती गयी,जहां विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ हुआ है।क्योंकि हिन्दी माध्यम के शिक्षकों से जबरदस्ती अंग्रेजी माध्यम की कापियों का मूल्यांकन करवाया गया।

जबकि राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल द्वारा पूर्व में फरमान जारी कर 30/04/23 तक अनिवार्य रूप से मूल्यांकन कार्य पूर्ण कर परिणाम घोषित किया जाना सुनिश्चित किया गया था।जिसे आनन-फानन में अंग्रेजी माध्यम की 50 कापियों से अधिक कॉपीयों का मूल्यांकन हिन्दी माध्यम के शिक्षकों से जबरन करवाया गया।

आपको बता दें कि आरम्भ से ही अधिकांश मूल्यांकन केंद्रों में शासकीय शालाओं के लगभग समस्त शिक्षकों से हिन्दी माध्यम परीक्षा की कापियों का मूल्यांकन करवाया गया।फिर उन्हें अंग्रेजी माध्यम परीक्षा की कापियों का मूल्यांकन कार्य करने के लिए जबरन दबाव बनाया गया।जबकि कुछ एक शिक्षक तो हिन्दी माध्यम वाले है,तो वह कैसे अंग्रेजी माध्यम की कापियों जांच रहे थे।यदि किसी बच्चे के साथ परीक्षा कापियों में ना इंसाफी होती है,तो इसकी जवाबदेही किसकी होगी,अधिकारियों पर या बेचारे शिक्षकों पर...? किन्तु यह साफ है कि अधिकारी अपना-अपना पलड़ा झाड़ कर साफगोही से स्वयं को बचाकर शिक्षक पर कार्यवाही कर देंगे।जबकि 5 वीं एवं 8 वीं का मूल्यांकन कार्य विलंब से शुरू कर इन अधिकारियों ने शासकीय शालाओं के अतिमहत्वपूर्ण कार्यों में भी अनेक बाधाएं उत्पन्न कर दी है।  

मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन के जिलाध्यक्ष दिलीप सिंह ठाकुर एवं संगठन के सभी पदाधिकारी और सदस्यों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि अतिशीघ्र ऐसे अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही की जाये।क्योंकि मूल्यांकन कार्य जो कि एक गम्भीर विषय जिससे बच्चों का भविष्य जुडा है,उनके साथ ऐसे अधिकारियों ने हिन्दी माध्यम के शिक्षकों से अंग्रेजी माध्यम के छात्र-छात्राओं के बोर्ड परीक्षा का मूल्यांकन कार्य करवाकर उनके साथ सहीं न्याय नहीं किया है।


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