जबलपुर केंद्रीय कारागार जेल अधीक्षक से खास बातचीत.....
जबलपुर।।जबलपुर केंद्रीय कारागार जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर ने खास बातचीत पर बताया जेल के अंदर चार दीवारी पर समाज का वो वर्ग रहता है जो कोई ना कोई कानूनों के नियमों को तोड़कर आता है लेकिन उनके सारे मौलिक अधिकार जेल के अंदर आने के बाद खत्म नहीं हो जाते उनके धर्म से जुड़े हुए सारे तीज त्यौहार बनाए जाते हैं ताकि उन सभी के अंदर हर्ष उल्लास बना रहे जीवन जीने के लिए साथ ही हम समय-समय पर वोकेशनल ट्रेनिंग देते हैं और समय-समय आने वाले त्योहारों को भी संपन्न किया जाता है।
जैसे कि हाल ही में दीपावली का पर्व आ रहा है बंदियों को प्रशिक्षित कर दीये व गणेश लक्ष्मी उनके द्वारा बनाए जाते हैं और कुछ लोग ऐसे हैं जो कि इस काम को बाहर से सीख के आये हुए हैं बंदियों को काम करने का भत्ता भी दिया जाता है और हमारे द्वारा यह भी प्रयास रहता है जेल यातना गृह न बनें सुधारगृह बने ताकि जो बंदी यहां से वापस अपने परिवार के साथ वह समाज की मुख्यधारा से जुड़े ऐसे कार्य हमारे द्वारा उनसे कराए जाते हैं आखरी में जब जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर से पूछा गया आपके द्वारा समाज को क्या संदेश दिया जाए तब उन्होंने कहा व्यक्ति अपने संविधान के अनुसार मौलिक अधिकारों का प्रयोग करें और आपसी भाईचारा बनाए रखें अपराध की तरफ अपना ध्यान आकर्षित ना करें ताकि समाज में वह अपनी एक मिसाल कायम करें और राष्ट्रहित के कार्य के लिए सदैव तत्पर रहें.....