रेमिडीसीवीर की कालाबाज़ारी कर मरीज से लिये 23000 हजार रुपये से भी ज्यादा,एसडीएम एवं सीएमएचओ सहित टीम ने जाकर की छापामार कार्यवाही।
मध्यप्रदेश के बैतूल में निजी अस्पताल में रेमिडीसीवीर की कालाबाज़ारी का मामला सामने आया है जहाँ 1500 के इंजेक्शन के मरीजों से 6 हजार वसूले जा रहे थे जिसमें से एक मरीज का बिल सोशल मिडीया पर जम कर वायरल हो रहा है यहाँ गौर करने वाली बात है कि निजी अस्पताल जिस तरह से मरीजो के बिल फाड़ रहे है। उसे क्या कहा जाये लूट,डकैती,बेशर्मी या कुछ और ताजा मामला बैतूल के एक अस्पताल का सामने आया है।जिसने 2 लाख 37 हजार का बिल फाड़ दिया।जिसमें कई खामियां भी नजर आती है रेमेडेसीवीर इंजेक्शन के रेट को लेकर यहां सबसे ज्यादा बवाल मचा हुआ है।जिसे रेड क्रॉस ने मात्र 1568 में दिया था लेकिन अस्पताल ने 6000 रु बसूल लिए।ऐसे ही अन्य सुविधाओं की दरें भी दहलाने वाली है।लश्करे अस्पताल के इस वायरल हो रहे बिल को लेकर अस्पताल के संचालक का कहना है कि यह मैनेजर की गलती से हो गया।इसमे त्रुटि है और वे इसे सुधार रहे है डॉ मनीष लश्करे का कहना है कि कई बार इंजेक्शन बाहर से भी मतलब डीलर से भी मिलता है जिसकी कीमत 4500 तक होती है।जिसे लगाने के लिए फ्लूड व अन्य सामग्री 1500 की लग जाती है।इसलिए वह 6 हजार का हो जाता है जिस बिल की बात हो रही है।उस पीड़ित ने दो बिल दिए थे बहरहाल यह जांच का विषय है कि की गई बिलिंग कितनी जायज व नाजायज है।लेकिन एक और वायरल हो रहे बिल ने भी यहां होश उड़ा दिए है,यह है तो 36 हजार का लेकिन इसके जायज होने पर भी शक है।
इस बात की सच्चाई जानने के लिए एसडीएम ने सीएमएचओ सहित टीम लेकर जब हॉस्पिटल पर छापा मारा तो यहाँ हड़कंप मच गया और एस डी एम ने डॉ को जमकर फटकार लगाई और इस तरह की गलती दोबारा न होने के चेतावनी दी वहीं मरीज को इंजेक्शन के पैसे वापस करने के लिए निर्देशित करके छोड़ दिया गया।