लखनऊ । उत्तर प्रदेश की सात विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सपा और राष्ट्रीय लोकदल के उम्मीदवारों की जीत का दावा किया है। साथ ही उन्होंने सत्तारूढ़ भाजपा पर हार के अंदेशे में सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर मतदाताओं को भयभीत करने का आरोप लगाया है। रविवार को सपा की ओर से जारी बयान में अखिलेश ने कहा कि भाजपा की लोकतंत्र, लोकलाज और लोकमर्यादा के प्रति कभी आस्था नहीं रही है। वह तो सत्ता पाने के लिए कुछ भी गलत करने में परहेज नहीं करती है। इस बीच अखिलेश यादव ने रविवार की शाम को फेसबुक और टि़वटर पर पोस्ट किया 'युवा कह रहे पुकार के, अब बाहर 'जुमलेबाज' होंगे। देखना आने वाले कल में अब युवा ही 'युवराज' होंगे।' दरअसल, अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर अपनी इस पोस्ट के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बिहार में की गई टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बिहार की चुनावी जनसभाओं में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा था कि आज बिहार में एक तरफ ‘डबल इंजन’ की सरकार है, तो दूसरी तरफ ‘डबल-डबल युवराज’ हैं। उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले उत्तर प्रदेश चुनाव में जो हाल ‘डबल-डबल युवराज’ का हुआ, वही हाल बिहार में भी खासतौर पर जंगलराज के युवराज का होगा। ध्यान रहे कि 2017 के विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने गठबंधन करके चुनाव लड़ा था और भारी पराजय मिली थी। अपने बयान में सपा प्रमुख ने उपचुनावों में मतदान की स्वतंत्रता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए संवेदनशील क्षेत्रों में केन्द्रीय सुरक्षा बल लगाने की मांग की है। उन्होंने अपेक्षा की है कि आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के मामलों में कड़ाई बरतनी चाहिए।
यादव ने मतदाताओं से अनुरोध किया है, 'इन उपचुनावों को पूरी गंभीरता से लें। आज लोकतंत्र की परीक्षा की घड़ी है। उपचुनावों के परिणामों से तय होगा कि उत्तर प्रदेश की राजनीति किस रास्ते पर जाएगी। मतदाताओं के लिए विकास और विनाश के बीच चुनाव है। एक ओर सौहार्द, सर्वतोमुखी विकास और सभी के सम्मान की सुरक्षा और गारंटी है तो दूसरी ओर विद्वेष और बदले की राजनीति है।' प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने बयान में आरोप लगाया, 'उप चुनावों को प्रभावित करने के लिए भाजपा सरकार के मंत्रीगण संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में डेरा डाले हुए हैं। बेसिक शिक्षा मंत्री तो शिक्षकों से सीधे ही भाजपा के पक्ष में मत डलवाने को कह रहे है। प्रधानों, कोटेदारों, लेखपालों और पुलिस कर्मियों को धमकी और प्रलोभन देकर भाजपा सरकार मनमानी करने पर उतारू है। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीति, नीयत, चाल और चरित्र से जनता भलीभांति परिचित हो चुकी है। उन्होंने कहा कि भाजपा राज में बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ी हैं। हर तरफ लूट और भ्रष्टाचार का बोलबाला हैं। नफरत की भाजपाई राजनीति ने समाज को बांटने और सामाजिक न्याय की ताक़तों को कमजोर करने की कोशिश की है। छह सीटों पर समाजवादी पार्टी और एक सीट पर राष्ट्रीय लोकदल मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं।