जबलपुर, जिले के नागरिकों की समस्याओं के त्वरित निराकरण के उद्देश्य से कलेक्टर कर्मवीर शर्मा द्वारा शुरू की गई अपनी किस्म की अनूठी केयर बाय कलेक्टर व्यवस्था लोगों में खासी लोकप्रिय हो गई है। दरअसल केयर बाय कलेक्टर के मोबाइल नंबर 7587970500 पर संबंधित व्यक्ति द्वारा समस्या व्हाट्सएप करने के तुरंत बाद ही निराकरण की प्रक्रिया शुरू हो जाती है।
मात्र 96 घंटे पहले शुरू की गई इस केयर बाय कलेक्टर व्हाट्सएप के माध्यम से अब तक सौ से अधिक लोगों की शिकायतों और समस्याओं का निराकरण किया जा चुका है। केयर बाय कलेक्टर व्यवस्था को शुरु हुए भले ही अत्यंत कम समय हुआ है लेकिन तेजी से समस्याओं के निराकरण की दृष्टि से इसकी ख्याति अब न केवल जबलपुर बल्कि आस-पास के जिलों तक फैल चुकी है।
तभी तो नरसिंहपुर से इलाज हेतु एम्बुलेंस से जबलपुर आ रहे कोरोना संक्रमित की रास्ते में ही आक्सीजन खत्म हो गई, मरीज की हालत काफी गंभीर थी। ऐसे में मरीज के रिश्तेदार दीपक स्थापक ने केयर बाय कलेक्टर में समस्या व्हाट्सएप किया। कलेक्टर श्री शर्मा ने न केवल ऑक्सीजन की व्यवस्था हेतु नायब तहसीलदार कर्तव्य अग्रवाल और डॉ. नेल्सन को निर्देशित किया, बल्कि स्वयं भी दीपक से बात की। कलेक्टर के निर्देश पर अधिकारियों ने तत्काल ऑक्सीजन की व्यवस्था कराई। इस त्वरित व्यवस्था के लिए दीपक ने कलेक्टर के प्रति हृदय से आभार व्यक्त किया है।
वहीं अभिभावक कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष हेमन्त पटेल ने कलेक्टर श्री शर्मा से स्कूल के बच्चों द्वारा शिक्षा शुल्क जमा न कर पाने के कारण पढ़ाई से रोकने संबंधी शिकायत की थी। कलेक्टर के त्वरित पहल से उनकी इस शिकायत का तत्काल निराकरण हो गया। कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित कर आदेश ही जारी करा दिया कि निजी स्कूल किसी भी स्थिति में बच्चों को पढ़ाई से वंचित न करें। हेमंत पटेल ने केयर बाय कलेक्टर के व्हाट्सएप से समस्या के निराकरण के पहल की मुक्त कंठ से सराहना करते हुए कहा कि इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि अब शिकायत और समस्याओं के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचने वाली भीड़ में काफी कमी आयेगी। क्योंकि अब लोगों की समस्या का निराकरण घर बैठे हो जायेगा।
इसी प्रकार एक व्यक्ति की कोरोना संक्रमित मां को कलेक्टर श्री शर्मा के हस्तक्षेप से बेहतरीन इलाज मिलने पर पुत्र ने कलेक्टर के प्रति हृदय से कृतज्ञता ज्ञापित किया। पुत्र ने डॉ. दीपशिखा और उनकी टीम तथा डॉ. राजेन्द्र बाबू, डॉ. दीप्ति और डॉ. ज्योत्सना द्वारा उनकी मां के इलाज में दिये गये सहयोग और हौसला बढ़ाने में दिये सहयोग की भी सराहना की।