जबलपुर, ट्रेनी आईपीएस पर जय ज्योति समिति के सदस्य को थप्पड़ मारने का आरोप मौके पर पहुंचकर एसडीएम और एसपी ने संभाला मोर्चा, तब शांत हुआ मामला।
दुर्गा पंडाल में ट्रेनी आईपीएस के बुरे बर्ताव के बाद समीति ने अपना विरोध दर्ज कराया, जिसके बाद पुलिस-प्रशासन को झुकना पड़ा और उन्होंने समिति के सदस्यों से माफी मांगी। आरोप है कि ट्रेनी आईपीएस श्रुतिकीर्ति ने शनिवार को सिहोरा आजाद चौक पर स्थित दुर्गा पंडाल पर समिति के सदस्य को थप्पड़ जड़ दिया। जिसके बाद दुर्गा समिति ने पंडाल की लाइटिंग बंद कर अपना विरोध दर्ज कराया। मामले की जानकारी जब अधिकारियों तक पहुंची तो हड़कंप मच गया। मौके पर एसडीएम और एसपी भी पहुंच गए। इसके बाद पुलिस ने समिति के सदस्यों से माफी मांगी।
जानकारी के मुताबिक सिहोरा आजाद चौक में जय ज्योति समिति ने दुर्गा प्रतिमा स्थापित की है। शनिवार की शाम 7.30 बजे यहां आरती की तैयारी चल रही थी। साउंड बॉक्स में देवी गीत बजाए जा रहे थे। समिति सदस्यों ने बताया कि वो आरती की तैयारी कर रहे थे तभी वहां ट्रेनी आईपीएस शुतिकीर्ति पहुंच गए। उन्होंने साउंड बंद करने को कहा, समिति सदस्य छोटू चक्रवर्ती साउंड बंद करने लगा, तभी ट्रेनी आईपीएस श्रुतिकीर्ति ने छोटू पर ताबड़तोड़ थप्पड़ जड़ दिए। घटना के बाद श्रतिकीर्ति वहां से चले गए।
लाइट बंद कर जताया विरोध
समिति के पदाधिकारी प्रशिक्षु आईपीएस के बुरे बर्ताव पर नाराज हो गए। उन्होंने विरोध के तौर पर पंडाल की लाइटिंग बंद कर दी और अंधेरे में आरती की गई। ये खबर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा सहित कलेक्टर तक पहुंची तो हंगामा मच गया। तुरंत मौके पर एसडीएम चंद्र प्रताप गोहिल, एएसपी शिवेश सिंह बघेल और टीआई गिरीश धुर्वें पहुंचे। काफी मान-मनौव्वल के बाद समिति के सदस्यों की नाराजगी दूर हुई।
गणमान्य लोगों से बात कर सुलझाया मामला
समिति के सदस्यों का आरोप था कि अधिकारी बेवजह धार्मिक कार्यो में हस्तक्षेप कर रहे थे। उनके निर्देश पर साउंड बॉक्स बंद कर दिया गया। फिर भी वे भड़क गए। वहीं एएसपी शिवेश सिंह बघेल और एसडीएम चंद्र प्रताप गोहिल का कहना है कि समिति की नाराजगी दूर कर दी गई है। गलतफहमी में अधिकारी से चूक हो गई। क्षेत्र के गणमान्य लोगों से बात कर नाराजगी दूर कर दी गई है।
नाराजगी दूर कर दी गई है
एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि समिति पदाधिकारियों ने एसडीओपी सिहोरा श्रुतिकीर्ति सोमवंशी पर बुरे बर्ताव का आरोप लगाया था। उनकी नाराजगी दूर कर दी गई है। अब सब कुछ नार्मल हो गया है।