दुनिया भर में कोरोना से मचे कोहराम के बीच जिस चीज का सबको इंतजार है, वो है इस भयावह महामारी से बचाने वाला टीका। इस बीच टीका बनाने वाली चीनी कंपनी 'सिनोवैक बायोटेक' ने लोगों को एक खुशखबरी दी है। कंपनी ने इस महीने के अंत में बच्चों और किशोरों के साथ अपने प्रायोगिक कोरोना वायरस टीके का क्लीनिकल ट्रायल शुरू करने की योजना बनाई है। यह संक्रमण के प्रकोप को रोकने के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है, जिसके कारण दुनिया भर में 930,000 से अधिक मौतें हुई हैं।
यह ट्रायल पहले से ही वयस्कों पर अंतिम चरण में है। वैक्सीन कैंडिडेट का कहना है कि तीन से 17 वर्ष की आयु के कुल 552 स्वस्थ प्रतिभागियों को इस सिनोवैक की इस वैक्सीन की दो खुराक दी जाएंगी। इस परीक्षण के उत्तरी चीनी प्रांत हेबै में 28 सितंबर से शुरू होने का अनुमान है।
सिनोवैक के प्रवक्ता ने कहा कि परीक्षण को चीनी नियामक ने पहले ही मंजूरी दे दी है। चीन ने कम से कम 10 हजार नागरिकों को प्रयोगात्मक कोरोना वायरस टीका लगाया है। कार्यक्रम के हिस्से के रूप में वैक्सीन को ब्राजील, इंडोनेशिया और तुर्की में अंतिम चरण के बड़े पैमाने पर परीक्षणों में परीक्षण किया जा रहा है। वैक्सीन निर्माता कंपनी के कर्मचारियों और उनके परिवारों के लगभग 90 फीसदी लोगों को पहले ही या टीका दिया जा चुका है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार अब तक के आंकड़ों से पता चलता है कि बच्चों में वायरस आमतौर पर बड़ों की तुलना में हल्का होता है लेकिन बच्चों की गहन देखभाल की आवश्यकता होती है। सिनोवैक ने कहा कि इस महीने की शुरुआत में वैक्सीन सुरक्षित साबित हुई है, यह वृद्ध लोगों के लिए एंटीबॉडी को प्रेरित करने में सक्षम थी।