बच्चा चोर गैंग : बेटी 50 हजार और बेटा 3 लाख में बेचते थे, गिरफ्तार


नवजातों की सौदेबाजी करने वाली नंदानगर निवासी एमटीएच अस्पताल की नर्स शिल्पा तेलंग और वार्ड बॉय बबलू उर्फ तेजकरण ठक्कर को पुलिस ने बुधवार देर रात गिरफ्तार किया। आरोपित एक महिला को 10 दिन की बच्ची एक लाख 20 हजार रुपये में बेचना चाहते थे। आरोपित 2017 से बच्चे चोरी कर बेच रहे हैं। उन्होंने बच्ची का दाम 50 हजार और बच्चे का दाम तीन लाख रुपये तय कर रखा था। डीआइजी हरिनारायणाचारी मिश्र का कहना है कि दोनों आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। आशंका है कि बच्चा चोरी के मामले में निजी अस्पताल भी शामिल हो सकता है। महिला थाने में केस दर्ज कराया है। आरोपितों को पांच दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।

इस तरह बिछाया आरोपितों को पकड़ने का जाल

पुलिस के मुताबिक बच्चा चोरों ने एक महिला को बच्ची बेचने के लिए फोन किया था। महिला ने इवा वेलफेयर ऑर्गनाइजेशन की डायरेक्टर भारती मंडोले को जानकारी दी। भारती ने डीआइजी से संपर्क कर बताया कि एमटीएच अस्पताल की नर्स इसमें शामिल है। इस पर डीआइजी ने क्राइम ब्रांच की एक टीम बनाई।

योजनानुसार आरोपित नर्स को बच्ची के साथ बुलाया। अपने साथी के साथ आई नर्स ने एक लाख 20 हजार रुपये में बच्ची का सौदा किया। भारती ने एक व्यक्ति को अपना पति बताया और बच्चा चोरों से मिलने रानीसती गेट के पास पहुंची। यहां भारती ने जैसे ही बच्ची को हाथ में लिया, पुलिस ने आरोपितों को धर दबोचा। बच्ची को महिला थाने की आरक्षक स्वाति पाठक बड़े अस्पताल ले गई और भर्ती करवाया। डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है। देर रात पुलिस ने तीन और लोगों को संदेह के आधार पर पकड़ा है।

फर्टीलाइजर सेंटर से मिला नंबर

पुलिस ने फरियादी का नाम नहीं बताया है। उक्त महिला ने पुलिस को बताया कि वह पांच साल पहले एक फर्टिलिटी सेंटर में इलाज कराने गई थी। तभी उसे एक महिला का फोन आया था कि उसे बच्चे की जरूरत हो तो वह उससे संपर्क करे। उस समय भी महिला ने बच्चा खरीदने से मना कर दिया था। इसके बाद महिला को एक बच्ची हो गई। मंगलवार को फिर महिला का फोन आया और बच्चा बेचने का ऑफिर दिया। इसके बाद महिला ने भारती मंडोले से संपर्क किया।

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