जबलपुर में अवैध होर्डिंग्स पर निगम की सर्जिकल स्ट्राइक,लेकिन सवाल आय वृद्धि के वादों पर?
जबलपुर।नगर निगम जबलपुर एक बार फिर चर्चा में है,निगमायुक्त रामप्रकाश अहिरवार ने शनिवार को निरीक्षण और मैराथन बैठक कर अफसरों को कड़े निर्देश दिए।दावा किया गया कि निगम की आय बढ़ाने के लिए ठोस प्लान तैयार होगा। लेकिन शहरवासी पूछ रहे हैं—क्या यह सिर्फ बैठकबाजी है या जमीन पर भी असर दिखेगा?अवैध होर्डिंग्स पर गाज,लेकिन शहर में अव्यवस्था बरकरार
👉निगम आयुक्त ने अवैध होर्डिंग्स हटाने और सूची बनाने का आदेश दिया।
👉वैध होर्डिंग्स से आय बढ़ाने का दावा भी किया गया।
?मगर हकीकत यह है कि सालों से अवैध होर्डिंग्स से न तो शहर की खूबसूरती सुधरी और न निगम की तिजोरी भरी।
डुमना नेचर पार्क से आय बढ़ाने का वादा
निगम आयुक्त ने डुमना नेचर पार्क को आय का नया जरिया बनाने की बात कही।
👉इको-टूरिज्म,स्कीइंग और निवेशकों को जोड़ने की प्लानिंग की जा रही है।
लेकिन स्थानीय लोग कहते हैं–"अगर पार्क की बुनियादी सुविधाएं ही दुरुस्त नहीं, तो नए प्रोजेक्ट्स से फायदा कैसे होगा?"
पानी की टंकियां और अमृत योजना–दावे बनाम हकीकत
निगम का दावा–उच्च स्तरीय टंकियों का काम गुणवत्ता के साथ तय समय पर होगा।
सवाल–पिछले प्रोजेक्ट्स की तरह अगर यह भी अधूरा रह गया तो क्या होगा?
जर्जर भवनों पर कड़ा रुख या कागजी कार्रवाई?
⚡निगम ने आदेश दिया कि जर्जर भवन तुरंत ध्वस्त किए जाएं।
लेकिन शहर में कई पुराने मकान बरसों से खतरा बने खड़े हैं।क्या इस बार वास्तव में कार्रवाई होगी या फिर फाइलों तक सीमित रहेगा?
सीएम हेल्पलाइन पर जीरो टॉलरेंस–जनता की उम्मीद
👉निगम आयुक्त ने दावा किया कि सभी शिकायतों का 100% समाधान होगा।
लेकिन नागरिकों का कहना है कि कई बार हेल्पलाइन पर शिकायतें सिर्फ फॉरवर्ड होकर अटक जाती हैं।
