जबलपुर का प्लॉट स्कैम:महिलाओं से 42 लाख हड़पे,किस्तों में लौटाए पैसे और 13.54 लाख लेकर फरार!
जबलपुर। जमीन और प्लॉट के नाम पर ठगी के खेल ने शहर को एक बार फिर शर्मसार कर दिया है। सर्वोदय नगर निवासी गुरूमूर्ति नामक व्यक्ति ने खुद को JDA से जुड़ा बताकर दो महिलाओं से 42 लाख रुपये से ज्यादा ठग लिए।
कैसे चला‘प्लॉट का खेल’?
•आरोपी ने महिलाओं को झांसा दिया कि JDA की स्कीम नंबर 6 में उन्हें सस्ते दामों पर प्लॉट दिला सकता है।
•रजिस्ट्री और पावती के नाम पर फर्जी दस्तावेज, नकली रसीदें और ऑनलाइन एंट्री दिखाई गई।
•महिलाएं जब असली JDA ऑफिस पहुंचीं तो साफ कहा गया–“ऐसा कोई प्लॉट आबंटन हुआ ही नहीं है।”
👉 यहीं खुला पूरा घोटाला।
पैसे लौटाए…पर पूरे नहीं!
ठगी पकड़े जाने के बाद आरोपी ने दबाव में आकर रकम लौटानी शुरू की –
•सविता पांडेय को वापस मिले ₹18 लाख
•कंचन दीक्षित को लौटाए गए ₹11 लाख
लेकिन अब भी ₹13 लाख 54 हजार रुपये दबाए रखे और फरार हो गया।
पुलिस की कार्रवाई
•पीड़ित महिलाओं की शिकायत पर लार्डगंज पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया।
•आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
•पुलिस अब यह जांच रही है कि क्या इस पूरे खेल में JDA के अंदरूनी कर्मचारियों की भी मिलीभगत रही है।
क्यों खास है यह मामला?
यह ठगी सिर्फ पैसों का मामला नहीं,बल्कि भरोसे का सौदा है—
•लोग सरकारी संस्थानों के नाम पर ठग लिए जा रहे हैं।
•असली-नकली दस्तावेजों में फर्क करना आम आदमी के लिए मुश्किल है।
•और सिस्टम की लापरवाही से आम नागरिक लाखों गंवा बैठते हैं।
👉 यह केस हर उस इंसान के लिए चेतावनी है,जो आसान दामों पर प्लॉट खरीदने का सपना देख रहा है।
जरा सोचिए–अगर सरकारी विभाग का नाम लेकर ठग इतने बड़े खेल खेल सकते हैं,तो क्या आम आदमी सच में सुरक्षित है?.png)