"ड्रोन टेक्नोलॉजी से आतंकी प्रयोगशाला तक: पाकिस्तान में TTP की चाल उल्टी पड़ी"


अफगान सीमा से सटी खैबर पख्तूनख्वा की तिराह घाटी में TTP के एक खतरनाक प्रयोग ने अपने ही कमांडर की जान ले ली। इस घटना ने पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में पनप रही आतंकी प्रयोगशालाओं की पोल खोल दी है। भारत के लिए यह एक चेतावनी भी है कि आतंकी संगठन अब क्वाडकॉप्टर जैसी नागरिक तकनीक को हथियारों में बदल रहे हैं।

TTP, जो भारतीय सुरक्षा पर भी नजरें गड़ाए हुए है, अब आतंकी टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सक्रिय है। इस विस्फोट से भले पाकिस्तान को एक आतंकी से छुटकारा मिला हो, लेकिन इसका बड़ा मतलब यह है कि ऐसे संगठनों को उन्नत तकनीक कैसे मिल रही है, इस पर वैश्विक ध्यान देने की जरूरत है।

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