"नेता की करतूत, पार्टी की चुप्पी: भाजपा को आत्ममंथन की ज़रूरत"


जब नैतिकता का चीरहरण श्मशान घाट में हो, और अपराधी कोई सामान्य व्यक्ति नहीं, बल्कि सत्ताधारी दल का जिला मंत्री हो, तो क्या यह केवल व्यक्ति विशेष की गलती मानी जाएगी?

भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के नेता राहुल वाल्मीकि का कारनामे वाला वीडियो न केवल बुलंदशहर बल्कि पूरे प्रदेश में वायरल है।
हालांकि पार्टी ने त्वरित निष्कासन की घोषणा की, लेकिन ऐसे लोगों को जिम्मेदारी देना क्या पार्टी की प्राथमिकता पर सवाल नहीं खड़े करता?
विपक्षी दलों को बैठे-बिठाए मुद्दा मिल गया है—कहीं ऐसा न हो कि यह घटनाक्रम आगामी स्थानीय चुनावों की राजनीति को भी प्रभावित करे।

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