जबलपुर से उठी आवाज अब विधानसभा तक गूंजेगी:CMHO पर कार्रवाई नहीं तो सड़कों पर उतरेगा जनगुस्सा...
जबलपुर।रिपोर्ट:जनचौक संवाद टीम"जब बीमारी लाइलाज हो जाए,तो सर्जरी जरूरी हो जाती है" — शायद यही सोचकर समाजवादी पार्टी अब प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था में फैले 'संक्रमण' को खत्म करने के लिए निर्णायक संघर्ष के रास्ते पर उतर आई है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. संजय मिश्रा के खिलाफ लंबे समय से उठ रहे भ्रष्टाचार के आरोप अब बर्दाश्त के बाहर हो चुके हैं।पार्टी ने अब सीधे विधानसभा का घेराव करने का फैसला लिया है — वो भी 1 अगस्त को राजधानी भोपाल में,जनता की नज़र के सामने।
"CMHO की कुर्सी से उठती है सड़ी व्यवस्था की दुर्गंध"
डॉ.संजय मिश्रा पर आरोप सिर्फ आर्थिक गड़बड़ियों तक सीमित नहीं हैं।
पार्टी नेताओं का दावा है कि –
•सरकारी फाइलों से खेल कर करोड़ों की अवैध संपत्ति बनाई गई
•नियमों को ताक पर रखकर निजी जीवन में भी दोहरी चाल चली गई (एक साथ दो विवाह)
•और जब इन मामलों को उजागर किया गया, तो विरोध करने वालों को ही 'ब्लैकमेलर' घोषित कर दिया गया
"जब आवाज उठी,तो उसे दबाने का षड्यंत्र शुरू हुआ"पार्टी पदाधिकारी खुलकर कहते हैं कि –
“सच बोलने की कीमत चुकानी पड़ती है,लेकिन हम डरेंगे नहीं। हमारे पास सबूत हैं,लेकिन सरकार के पास हिम्मत नहीं।”
CMHO मिश्रा पर लगे आरोपों के बाद प्रशासन ने न तो जांच बिठाई,न ही कोई विभागीय कार्रवाई की। उल्टा,मिश्रा के नजदीकी डॉक्टरों के जरिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय में फर्जी शिकायतें दर्ज करा दी गईं।
1 अगस्त:जब विधानसभा के दरवाजे पर खड़ा होगा जनसवाल
समाजवादी पार्टी ने ऐलान किया है कि 1 अगस्त को जबलपुर से सैकड़ों कार्यकर्ता,व्यापारी और जागरूक नागरिक मिलकर भोपाल विधानसभा पहुंचेंगे।
यह प्रदर्शन सिर्फ एक व्यक्ति के खिलाफ नहीं,बल्कि उस सिस्टम के खिलाफ होगा जो भ्रष्टाचार को बचाता है, और सच्चाई से डरता है।
"अब चुप रहना गुनाह है"पार्टी ने एक बात साफ कर दी है —
“अगर संजय मिश्रा जैसे अफसरों को बचाया जाता रहा,तो आने वाली पीढ़ियों को सिर्फ फर्जी स्वास्थ्य योजनाएं और असली बीमारियाँ मिलेंगी।”
ये है समाजवादी पार्टी की चार मांगें:
1.डॉ.संजय मिश्रा को तुरंत पद से हटाया जाए
2.भ्रष्टाचार की निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच हो
3.झूठे केसों को तत्काल वापस लिया जाए
4.जबलपुर स्वास्थ्य विभाग में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए
जबलपुर से भोपाल तक: यात्रा सिर्फ दूरी की नहीं, बदलाव की होगी
500 से अधिक लोग 31 जुलाई की रात रवाना होंगे,बसें,निजी गाड़ियाँ और ट्रेन से सभी विधानसभा परिसर के बाहर जुटेंगे।
प्रदर्शन शांतिपूर्ण होगा,लेकिन उसकी आवाज सत्ता के गलियारों तक जाएगी।
यह लड़ाई सिर्फ एक पदाधिकारी के खिलाफ नहीं, एक सोच के खिलाफ है
अगर CMHO जैसे पदों पर बैठे लोग कानून से ऊपर माने जाने लगें, तो लोकतंत्र का भरोसा डगमगाता है।
समाजवादी पार्टी अब इसी भरोसे को बचाने की लड़ाई में मैदान में है — खामोशी को तोड़कर, सवाल लेकर।