मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ दर्ज एफआईआर ने राज्य की राजनीति में नया उबाल ला दिया है। कांग्रेस पार्टी इसे "राजनीतिक प्रतिशोध" करार देते हुए प्रदेशभर में उग्र विरोध प्रदर्शन कर रही है। अशोकनगर में पार्टी ने सामूहिक गिरफ्तारी देने का ऐलान किया है, वहीं रतलाम के जावरा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का पुतला जलाते समय भगदड़ की स्थिति बन गई, जिससे अफरा-तफरी मच गई।
रतलाम में आग और अफरा-तफरी, कई झुलसे
जावरा विधानसभा क्षेत्र के पिपलौदा में सोमवार को ब्लॉक कांग्रेस और किसान कांग्रेस की अगुआई में विरोध प्रदर्शन हुआ। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पहले तहसीलदार देवेंद्र धनगर को पुलिस महानिदेशक (DGP) के नाम ज्ञापन सौंपा और इसके बाद मुख्यमंत्री का पुतला जलाने का प्रयास किया।
हालांकि, पहले से ही सतर्क खड़ी पुलिस ने पुतला छीनने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी अचानक एक कार से पुतला निकाल लाए और उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। लपटें इतनी तेज़ थीं कि पास खड़े कांग्रेस कार्यकर्ता और पुलिसकर्मी झुलसते-झुलसते बचे।
इस घटना में तहसीलदार के सुरक्षा गार्ड मोहम्मद शहीद के बाल जल गए, सूचना संकलन प्रभारी प्रेम मर्सकोले की शर्ट में आग लगी, और जिला पंचायत सदस्य राजेश भरावा का कुर्ता जल गया। आग को बुझाने के लिए तत्काल फायर ब्रिगेड को बुलाया गया, जिसने समय रहते पानी की बौछार से आग पर काबू पाया।
अशोकनगर में कांग्रेस की चेतावनी – सामूहिक गिरफ्तारी देंगे
इधर, अशोकनगर में कांग्रेस पार्टी ने ऐलान किया है कि वह जीतू पटवारी के खिलाफ एफआईआर को लोकतंत्र का अपमान मानते हुए सामूहिक गिरफ्तारी देगी। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भाजपा सरकार विपक्ष को दबाने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है, जिसे अब चुपचाप नहीं देखा जाएगा। जिले में पार्टी कार्यकर्ताओं की बड़ी संख्या जुटने की सूचना के बाद प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है।
कांग्रेस का आरोप – यह "लोकतांत्रिक आवाज़" को कुचलने की साज़िश
प्रदेश कांग्रेस नेताओं ने इस एफआईआर को पूरी तरह "राजनीतिक प्रेरित" बताते हुए कहा कि जब भी कोई विपक्षी नेता जनहित का सवाल उठाता है, उसे सरकारी डर दिखाकर चुप कराने की कोशिश होती है। वहीं, बीजेपी की ओर से अभी तक इस विरोध प्रदर्शन पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।