"न्याय की आवाज़:डॉ.संजय कुमार मिश्रा के खिलाफ शिकायत की जांच और सुरक्षा की मांग-दबाव और धमकी के आरोपों से घिरे सीएमएचओ इंचार्ज, जबलपुर में हड़कंप"
जबलपुर,मध्यप्रदेश- एक चौंकाने वाले मामले में, समाजवादी पार्टी के जिला महासचिव नरेंद्र कुमार राकेशिया ने पुलिस अधीक्षक जबलपुर से संपर्क किया है,जिसमें उन्होंने डॉ.संजय कुमार मिश्रा,इंचार्ज सीएमएचओ जबलपुर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। राकेशिया का आरोप है कि डॉ.मिश्रा द्वारा उन्हें अवमानना याचिका और शिकायतें वापस लेने के लिए दबाव डाला जा रहा है,जो उन्होंने डॉ.मिश्रा के खिलाफ लोकायुक्त में दर्ज कराई थीं।राकेशिया ने बताया कि उन्होंने डॉ.मिश्रा के खिलाफ लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई थी,जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।इसके बाद उन्होंने उच्च न्यायालय में रिट याचिका दायर की,जिसमें न्यायालय ने लोकायुक्त को जांच का आदेश दिया।लेकिन डॉ.मिश्रा के दबाव के कारण उन्हें अपनी जान और माल की सुरक्षा के लिए खतरा महसूस हो रहा है।
वहींं समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव आशीष मिश्रा और देवेंद्र यादव ने भी राकेशिया के आरोपों की पुष्टि की है और पुलिस अधीक्षक से अनुरोध किया है कि वे इस मामले में आवश्यक कार्रवाई करें और नरेन्द्र कुमार राकेशिया की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
राकेशिया ने कहा,"मैं अपने जीवन और संपत्ति की सुरक्षा के लिए चिंतित हूँ,मैं न्यायपालिका पर भरोसा करता हूँ और उम्मीद करता हूँ कि मुझे न्याय मिलेगा।"
पुलिस अधीक्षक जबलपुर ने इस मामले में कहा, "हमने इस आवेदन को संबंधित थाने में भेज दिया है और जांच का उचित कार्रवाई करेंगे।हम सुनिश्चित करेंगे कि नरेन्द्र कुमार राकेशिया की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।"
इस मामले में आगे की जांच और कार्रवाई का इंतजार है,देखते हैं कि इस मामले में न्यायपालिका क्या निर्णय लेती है।
नोट:यह मामला जबलपुर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है,क्योंकि इसमें एक वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए हैं।हमें उम्मीद है कि इस मामले में न्याय होगा और दोषियों को सजा मिलेगी।
महत्वपूर्ण अपडेट:
-पुलिस अधीक्षक ने जांच के आदेश दिए हैं।
-संबंधित थाने में मामला दर्ज किया गया है।
नरेन्द्र कुमार राकेशिया की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
आगे क्या होगा?
-जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-न्यायपालिका के निर्णय का इंतजार है।
-इस मामले में आगे की जांच और कार्रवाई का इंतजार है।