अलीगढ़ के बरला कस्बे में गुरुवार सुबह-सुबह एक घर से निकली चीख ने न केवल मोहल्ले को, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश को हिला कर रख दिया। सुरेश नामक एक सिक्योरिटी गार्ड की घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई। लेकिन हैरानी तब हुई जब हत्यारा पकड़े जाने के बाद बोला—"मैंने अपने प्यार के लिए मारा।" और प्यार? वह सामने खड़ी थी—बीना, मृतक की पत्नी।
बीना, जिसने प्रेमी को मिलने बुलाने से पहले अपने पति और बच्चों तक को बार-बार नींद की गोलियां देकर सुला दिया। बीना, जिसने अपने प्रेमी मनोज को बार-बार पुलिस से छुड़ाया, पंचायतों की मर्यादा को ठेंगा दिखाया। और बीना, जिसने आखिरकार मनोज के हाथों अपने पति को मरवा दिया — गोली से नहीं, भरोसे से।
यह घटना सिर्फ एक हत्या नहीं, पूरे समाज को आईना दिखाने वाली कहानी है, जहां प्यार के नाम पर पाप, और रिश्तों की आड़ में अपराध हो रहा है। नींद की गोलियां खिला, पति को मौत के घाट उतरवाया — फिर प्रेमी को कहा: “इतनी गोली मारना कि बचे नहीं”
बरला का मोहल्ला कोठी, जहां लोग कभी बच्चों की खिलखिलाहट सुनते थे, अब वहां मातम पसरा है। सुरेश — दिल्ली का एक मेहनती सिक्योरिटी गार्ड, जिसे उसकी पत्नी बीना ने प्रेम के जुनून में कत्ल करवा दिया। प्रेमी मनोज के साथ आठ साल से बीना के संबंध थे। मोहब्बत इतनी अंधी थी कि बीना ने अपने पति और बच्चों को हर बार नींद की गोलियां देकर सुलाया और अपने प्रेमी को बुला लिया।
गुरुवार सुबह बीना ने बच्चों को जबरन स्कूल भेजा — क्योंकि उस दिन एक खेल नहीं, कत्ल का सीन सेट किया गया था। प्रेमी मनोज आया, और सुरेश को चबूतरे पर मोबाइल देखते हुए सीने पर गोली मार दी।
ये सिर्फ एक पति की हत्या नहीं थी, ये रिश्तों की कब्र पर खड़ा प्रेम का तमाशा था।