वीरांगना रानी दुर्गावती:मध्य प्रदेश की गौरवशाली विरासत...
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर जबलपुर के नारे नाल में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया।इस दौरान उन्होंने रानी दुर्गावती के इतिहास को स्कूली पाठ्यक्रम में जोड़ने और जबलपुर में रानी दुर्गावती के नाम पर चिड़ियाघर खोलने की घोषणा की।रानी दुर्गावती का इतिहास स्कूली पाठ्यक्रम में जोड़ा जाएगा
-सीएम की घोषणा:मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि रानी दुर्गावती का इतिहास स्कूली पाठ्यक्रम में जोड़ा जाएगा,ताकि भविष्य में बच्चे रानी दुर्गावती जैसी वीरांगनाओं के बारे में जान सकें।
-रानी दुर्गावती की वीरता:रानी दुर्गावती ने 52 लड़ाइयाँ लड़ी थीं,जिनमें से 51 जीते और 23,000 से अधिक गांवों पर सफलतापूर्वक राज किया,उनकी वीरता और बलिदान को आज भी याद किया जाता है।
जबलपुर में रानी दुर्गावती के नाम पर चिड़ियाघर
-चिड़ियाघर की घोषणा:मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने जबलपुर में रानी दुर्गावती के नाम पर एक चिड़ियाघर खोलने की घोषणा की,जो एक रेस्क्यू सेंटर भी होगा।
-चिड़ियाघर का उद्देश्य:यह चिड़ियाघर जानवरों के संरक्षण और बचाव के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र होगा, जो शहर के निवासियों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा।
अन्य घोषणाएं और कार्यक्रम
-मैराथन दौड़ के लिए राशि:मुख्यमंत्री ने नगर निगम द्वारा आयोजित मैराथन दौड़ के लिए ₹500,000 की राशि दी है,जो रानी दुर्गावती की वीरता और बलिदान को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित की जाती है।
-कार्यक्रम में उपस्थिति:कार्यक्रम में लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह,सांसद आशीष दुबे और अन्य विधायक और नेता उपस्थित थे,जिन्होंने रानी दुर्गावती की विरासत और महत्व पर चर्चा की।
रानी दुर्गावती की विरासत और महत्व
-रानी दुर्गावती की विरासत:रानी दुर्गावती ने 16 सालों तक शासन किया और अनेक मंदिर,मठ,कुएं,बावड़ी और धर्मशालाओं का निर्माण करवाया,जो उनकी धार्मिक और सामाजिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
-रानी दुर्गावती का महत्व:रानी दुर्गावती की वीरता और बलिदान को आज भी श्रद्धा से याद किया जाता है और उनकी विरासत मध्य प्रदेश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है,जो राज्य की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का हिस्सा है।
