5 वीं व 8 वीं बोर्ड की अंकसूची बनी परेशानी का कारण,क्योंकि कुम्भकरणीय नींद में है अधिकारी...

5 वीं व 8 वीं बोर्ड की अंकसूची बनी परेशानी का कारण,क्योंकि कुम्भकरणीय नींद में है अधिकारी...

ब्यूरो रिपोर्ट....


जबलपुर।।शिक्षा विभाग की कार्य प्रणाली का सच सामने आया जहां कुम्भकरणीय नींद में सो रहे हैं अधिकारी,कक्षा 5 वीं एवं 8 वीं बोर्ड के एग्जाम सर पर है।मगर प्रदेश में पिछले वर्ष 2021-22 में हुई इन बोर्ड परीक्षाओं की अंकसूचीयां अभी तक विद्यार्थियों को प्राप्त नहीं हुई है।वही संस्था के प्रमुखों ने पोर्टल से प्रोवीजनल प्रिंट निकलवाकर 5,8 वीं की अंकसूची दे दिए।ताकि जिन विद्यार्थियों को कक्षा 6 वीं या कक्षा 9 वीं में प्रवेश लेने में परेशानी ना उठाना पड़े।परन्तु एक वर्ष से अधिक समय बीत गया,ओरिजिनल मार्कशीट नहीं आयी फलस्वरूप विद्यार्थियों को नहीं मिल पा रही है।राज्य शिक्षा केंद्र से ये निर्देश जारी हुए थे।कि विद्यार्थियों को यदि अपनी मार्कशीट में नाम, माता-पिता का नाम, जन्मतिथि इत्यादि में कोई सुधार करवाना हो तो वे आवेदन देकर सुधार कार्य करवा लें।

मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन के जिला अध्यक्ष दिलीप सिंह ठाकुर ने बतायेनुसार पूरा वर्ष बीत गया परन्तु 2021-2022 सत्र में बोर्ड एग्जाम में शामिल हुए विद्यार्थियों को ओरिजिनल मार्कशीट अभी तक अप्राप्त है।अभिभावक एवं छात्र-छात्राएं शालाओं के चक्कर लगाकर,वे अब हताश,परेशान,हलाकान हो रहे है।वहीं वातानुकूलित कमरों में बैठे अधिकारी रोजाना फरमान जारी करके अभिभावकों, विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को परेशान कर आनंदित होते है। अधिकारीयों को अपनी ओर से जो अतिआवश्यक अतिमहत्वपूर्ण कार्य समय पर करना चाहिए वो भूल जाते है और पूरा दोषारोपण शिक्षकों पर थोप देते है।


उन्होंने आगे बताया कि इस वर्ष 2022-2023 में तो प्राइवेट स्कूलों को भी बोर्ड एग्जाम में शामिल कर लिया है।अब सोचने वाले बात है कि अभी शासकीय स्कूल के विद्यार्थियों की मार्कशीट राज्य शिक्षा केंद्र गत एक वर्ष से उपलब्ध नहीं करवा पा रहा है,अब अपना दायरा और भी बढ़ा लिया है। कक्षा 5 वीं और 8 वीं बोर्ड एग्जाम में शामिल होने वाले छात्र -छात्राओं की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में अब 2022-2023 में और अधिक हो गयी है। क्योंकि अशासकीय विद्यालय भी शामिल कर लिए गए है, सोचने वाली बात है तो यह कि अब जबकि पिछले सत्र की ओरिजिनल मार्कशीट साल भर से नहीं मिली तो इस वर्ष तो प्राइवेट स्कूलों के विद्यार्थियों के कारण बोर्ड एग्जाम में शामिल छात्र -छात्राओं की संख्या और बढ़ गयी।इस सत्र में अंक सूचियां कब प्राप्त होंगी ये स्वयं में एक प्रश्न है...? विचारणीय पहलू है, चिंतनीय विषय है,गंभीर मंथन करने का समय है..?   


मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन के पदाधिकारी एवं सदस्यों आदि ने आयुक्त राज्य शिक्षा केंद्र तथा वरिष्ठ सक्षम अधिकारीयों से गत वर्ष की ओरिजिनल मार्कशीट शीघ्र अतिशीघ्र उपलब्ध करवाने की मांग की है।


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