जर्जर मकान गिराने पहुंची निगम टीम और उपायुक्त पर जानलेवा हमला....
लोगों ने लगाया पैसे मांगने का आरोप.....
जबलपुर।।न्यायालय के निर्देश पर जर्जर मकान को हटाने पहुंचा नगर निगम अमले को उस समय भारी पड़ गया जब वहां पर उपस्थित वकीलों के एक समूह ने निगम के उपायुक्त वेदप्रकाश चौधरी पर पैसे मांगने के एवज में मारपीट कर दी।इतना ही नहीं उन्हें सड़क पर दौड़ाया भी गया,वकील एवं उनके साथ उपस्थित आम जनता द्वारा मारपीट कर उनके कपड़े भी फाड़ दिये गये,मारपीट की घटना पर दोनों ने ही पक्षों ने थाना ओमती रिपोर्ट दर्ज कराई है।
घटना की जानकारी लगते ही क्षेत्रीय विधायक विनय सक्सेना भी मौके पर पहुंच गये जहां पर उन्होंने पीड़ितों की बातों को सुना इसके पश्चात कहा कि नगर निगम में प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।सिर्फ उगाही का खेल खेला जा रहा है उपायुक्त वेदप्रकाश चौधरी द्वारा उस मकान को तोड़ने की कोशिश की गई जिसमें निगम द्वारा वर्ष 2019 में नोटिस मिला था जिसमें कहा गया था कि आपका मकान जर्जर है इसकी मरम्मत करवा लें नोटिस मिलने के बाद मकानों को मरम्मत करवा लिया गया था जिससे अधिकारी भी संतुष्ट नजर आये थे फिर उपायुक्त आखिर उन मकानों को तोड़ने क्यों पहुंचे।इससे स्पष्ट है कि वह मकान निवासियों से पैसों की मांग कर रहे थे जिसका हम विरोध करते है।
वहीं उपायुक्त वेदप्रकाश चौधरी ने कहा कि हम न्यायालय के आदेश पर मकानों को तोड़ने गये थे जिसकी विधिवत कार्यवाही की थी मकान में निवासियों को पहले की नोटिस जारी किये गये थे।पुलिस अधीक्षक से लेकर जिला प्रशासन को भी इस बात से अवगत कराया था।किन्तु वहां पर पहले से मौजूद आठ-दस वकील एंव उनके साथ असामाजिक तत्वों ने हम पर हमला कर दिया।हमारे साथ मारपीट की है जिसकी रिपोर्ट हम ओमती थाना में कराने जा रहे हैं।
पैसे के लेनदेन पर उन्होनें स्पष्ट कहा कि कोर्ट का आदेश था जर्जर मकान है कोई जनहानि होती है तो उसकी जबाबदारी कौन लेगा।
बहरहाल जिस प्रकार से स्थिति बनी है उससे यही कहा जा रहा है कि मामला और तूल पकड़ेगा क्योंकि कोर्ट का आदेश है दिखाया जा रहा है वहीं ये भी कहा जा रहा है कि कोर्ट ने कहीं नहीं कहा कि मकानों को तोड़ा जाये।