भोपाल, आने-वाले दिनों में एमपी में शिवराज का राज बना रहेगा या कमलनाथ को मध्य प्रदेश की कुर्सी मिलेगी, इसका फैसला राज्य के 28 विधानसभा सीटों के मतदाता कर रहे हैं. हल्की हल्की ठंढ होने के बावजूद एमपी में सुबह से ही मतदाताओं की कतार देखने को मिल रही है. मतदान केंद्रों पर कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जा रहा है. इसके अलावा सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं. बता दें कि अभी एमपी की 29 विधानसभा सीटें खाली हैं, जिनमें से 28 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं. एमपी में उपचुनाव की जरूरत कांग्रेस के 25 विधायकों के इस्तीफा देने और 3 विधायकों के निधन से हुई. कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले सभी 25 विधायक बीजेपी में आ गए हैं, इन सभी 25 लोगों को टिकट देकर बीजेपी ने चुनावी मैदान में उतारा है, इनमें से शिवराज सरकार के 14 मंत्री भी हैं.
एमपी की जिन 28 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, जिनमें से ग्वालियर-चंबल इलाके की 16 सीटें हैं. इनमें मुरैना, मेहगांव, ग्वालियर पूर्व, ग्वालियर, डबरा, बमोरी, अशोक नगर, अम्बाह, पोहारी,भांडेर, सुमावली, करेरा, मुंगावली, गोहद, दिमनी और जौरा सीट शामिल है. वहीं, मालवा-निमाड़ क्षेत्र की सुवासरा, मान्धाता, सांवेरस आगर, बदनावर, हाटपिपल्या और नेपानगर सीट है. इसके अलावा सांची, मलहरा, अनूपपुर, ब्यावरा और सुरखी सीट है. इसमें से जौरा, आगर और ब्यावरा सीट के 3 विधायकों के निधन के चलते उपचुनाव हो रहे हैं.