जबलपुर, बीच में जगत के पालनहारी-प्रभुु राम की असत्य के प्रतीक रावण पर विजय का साक्षी बनने बड़ी संख्या में श्रद्धालु उनके रथ के संग-संग चले
विजयादशमी पर गोविंदगंज रामलीला में भव्य आयोजन, कोरोना से मुक्ति की भगवान से प्रार्थना
गोविंदगंज रामलीला का 156वाँ रावण दहन समारोह विजयादशमी की शाम धर्ममय माहौल में सम्पन्न हुआ। छोटा फुहारा पर आयोजित समारोह में दर्शकों में गजब का उत्साह था। चूँकि इस बार एक ही रावण शहर में दहन किया गया, इस कारण चारों तरफ से लोग पहुँचे। प्रभु श्री राम ने जैसे ही बाणों की अग्निवर्षा की, 31 फीट ऊँचा रावण धू-धू कर जलने लगा। इस अवसर पर शिवकाशी की आकर्षक गगनचुम्बी अतिशबाजी के नजारे भी देखने मिले। सभी ने भगवान से कोरोना से देश को मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की।
बघ्घी पर आए भगवान
रावण दहन करने भगवान राम, लक्ष्मण और वीर हनुमान के साथ बघ्घी पर बैठ कर आयोजन स्थल तक आए। प्रभु का स्वागत जन सामान्य ने पुष्पवर्षा कर किया। प्रशासन ने सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए थे। दहन स्थल का लम्बा क्षेत्र बैरिकेड्स लगाकर खाली कराया गया था। वहीं दमकल वाहन, एम्बुलेंस सहित अन्य व्यवस्थाएँ प्रशासन के द्वारा की गई थीं। रावण दहन के पूर्व अहिरावण वध की लीला मंचित की गई।
आज श्री राम राज्याभिषेक महोत्सव
रामलीला का 156वाँ श्री राम राज्याभिषेक महोत्सव का आयोजन मंदिर परिसर में आज बुधवार को आयोजित है। इसमें पूरे क्षेत्र को दीपकों से जगमगाया जाएगा। वहीं व्यास पीठ से राम राज्य की विषय वस्तु पर प्रकाश डाला जाएगा। आज राम राज्याभिषेक महोत्सव में सोसल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अधिक से अधिक संख्या में पहुँचने की अपील अध्यक्ष अनिल तिवारी ने श्रद्धालुओं से की है।
अगले साल भव्य आयोजन होगा
अध्यक्ष अनिल तिवारी ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने रामलीला के रूप में जो धरोहर हमें सौंपी है, उसे आगे बढ़ाना और भव्यता देना हमारा कर्तव्य है। व्यास पं. वासुदेव शास्त्री, मोहन महाराज, राकेश पाठक ने रावण दहन के आध्यात्मिक पक्ष को श्रोताओं के समक्ष रखा। आलोक तिवारी, राकेश पाठक, मनीष पाठक, मंगू गोयल, राजेश पाठक, अनूप तिवारी, अतुल पांडे, आकाश पाठक आदि ने भी अपनी बात रखी।
21 500 लोगों ने ऑनलाइन देखा
गोविंदगंज रामलीला में किए गए रावण दहन समारोह को करीब 21 हजार 500 लोगों ने ऑनलाइन देखा। लोगों ने घर बैठे पुतला दहन के बाद की गई आतिशबाजी के नजारे को भी देखा।