कंगना रनोट और शिवसेना के बीच विवाद गहरा गया है। अब महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि कंगना के ड्रग्स लेने की जांच की जाएगी। इसके लिए अध्ययन सुमन (शेखर सुमन का बेटा) के एक इंटरव्यू को आधार बनाया है। अध्ययन ने कंगना पर कई आरोप लगाए थे। इस पर कंगना ने कहा है कि अगर उनके ड्रग्स कनेक्शन का सबूत मिला तो वे मुंबई छोड़ देंगी।
कंगना ने कहा, ‘‘मैं मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के इस उपकार से बहुत खुश हूं। कृपया मेरा टेस्ट कीजिए। मेरे कॉल रिकॉर्ड की जांच कीजिए। अगर आपको ड्रग पेडलर से मेरा कोई लिंक मिलता है तो मैं अपनी गलती स्वीकार करूंगी और मुंबई हमेशा के लिए छोड़ दूंगी। आपसे मिलने का इंतजार है।’’
अध्ययन का आरोप- कंगना मुझे पीटती थीं
अध्ययन ने डीएनए अखबार को दिए इंटरव्यू में बताया था, "एक पार्टी में कंगना ने मुझे जोर से थप्पड़ मारा तो मैं रो पड़ा। बाद में कार में मुझे पीटा। मैं वो रात कभी नहीं भूल सकता। मैंने उसे घर छोड़ा तो उसने सैंडल उतारकर मुझ पर फेंकी। मेरा फोन तक दीवार पर मारकर तोड़ दिया। कंगना ने मुझे घर बुलाकर उसके बेहतर करियर के लिए पूजा कराई और रात 12 बजे कुछ चीजें श्मशान घाट में फिंकवाईं।"
कंगना के खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज हो सकता है
वहीं, मंगलवार को ही शिवसेना की आईटी सेल ने कंगना रनोट के खिलाफ ठाणे के श्रीनगर पुलिस स्टेशन में शिकायत की है। आईटी सेल की मांग है कि कंगना पर राजद्रोह का केस दर्ज किया जाए, क्योंकि उन्होंने मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से की थी। इस मांग पर पुलिस कानूनी राय ले रही है।
बीएमसी ने कंगना के ऑफिस में अवैध निर्माण का नोटिस चिपकाया
बीएमसी ने नोटिस चिपका कर 24 घंटे में जवाब मांगा है। कंगना ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा, "सोशल मीडिया पर मेरे दोस्तों ने बीएमसी के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया था, इसलिए वे आज बुल्डोजर लेकर नहीं आए। लेकिन, ऑफिस में नोटिस चिपका दिया। दोस्तो मेरे लिए बहुत खतरा हो सकता है, लेकिन आपका प्यार और सपोर्ट मिल रहा है।"