नाघा घाटी का कहर:बरेला में चार ट्रक टकराए, सड़क बनी"डेथ हाईवे"
जबलपुर।नाघा घाटी…नाम सुनते ही अब स्थानीय लोगों के दिल दहल जाते हैं।शुक्रवार रात बरेला शारदा मंदिर के पास जो हुआ,उसने इस इलाके को एक बार फिर"मौत का जाल"साबित कर दिया।
👉मंडला की ओर से ढलान पर उतर रहा एक ट्रक अचानक बेकाबू हो गया और सड़क पर पलट गया।
👉उसके पीछे आते तीन ट्रक भी बेकाबू होकर उससे जा भिड़े।
👉पलभर में सड़क पर लोहा-मलबा और चीख-पुकार गूंजने लगी।
क्यों खतरनाक है नाघा घाटी?
•खड़ी ढलान और ब्लाइंड मोड़।
•ट्रकों की ब्रेकिंग फेल होना आम बात।
•कोई मजबूत सुरक्षा इंतजाम नहीं।
•प्रशासन के लिए हादसे"रूटीन खबर"बन चुके हैं।
जनता का सवाल–"कब तक लापरवाही?"
•स्थानीय नागरिकों का साफ कहना है कि नाघा घाटी अब"डेथ पॉइंट"बन चुकी है।
•हादसों के बाद भी सुरक्षा रेलिंग,स्पीड कंट्रोलर,और चेतावनी बोर्ड नहीं लगाए गए।
•लोग गुस्से में पूछ रहे हैं–"क्या प्रशासन और मौतों का इंतजार कर रहा है?"
जाम से पस्त यात्री
भिड़ंत के बाद सड़क पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया,छोटे वाहन,यात्री बसें और यहां तक कि एम्बुलेंस भी घंटों फंसी रहीं।