डॉ मुनीश चंद्र डाबर:एक जीवन,एक विरासत,एक अमिट छाप...
संस्कारधानी।।जबलपुर में आसमान भी आंसू बहा रहा है,सुबह 7 बजे से लगातार बारिश हो रही है क्योंकि सन् 1972 से चिकित्सा मात्र 2 रुपये से शुरू करने वाले जबलपुर के सुप्रसिद्ध चिकित्सक डॉक्टर मुनीश्वर चंद्र डावर जी को पद्मश्री से विभूषित होने पर सम्पूर्ण जबलपुर गौरवान्वित हुआ था।एक महान चिकित्सक की विरासत
डॉ मुनीश चंद्र डाबर जी संस्कारधानी की शान थे, जिन्हें लोग डॉ के रूप में भगवान कहते थे।आपका सेवा भाव और इलाज इस कंप्यूटर युग में भी देखने को मिलता है,10 रुपये में इलाज करना गरीबों के लिए वरदान था।
पद्मश्री सम्मान का गौरव
पद्मश्री सम्मान से सम्मानित डॉ एम सी डावर जी प्रदेश के प्रथम प्रेक्टिशनर डॉक्टर थे।आप डॉ ऋषि डाबर के पिता जी थे,आज देवता स्वरूप डॉ मुनीश चंद्र डाबर जी का देवलोकगमन हो गया।
विनम्र श्रद्धांजलि और स्मरण
डॉ.मुनीश चंद्र डाबर निस्वार्थ और निष्काम सेवा की मिसाल,संस्कारधानी ही नहीं संपूर्ण मध्य प्रदेश में अपनी समर्पित चिकित्सकीय सेवा के साथ उन्होंने शहर का नाम रोशन किया।पद्मश्री से सम्मानित डॉक्टर एमसी डाबर के निधन पर कोटि-कोटि श्रद्धांजलि।