फौजी के साथ धोखाधड़ी:सरकारी जमीन का खेल...
अपना शहर।।जबलपुर में एक रिटायर्ड फौजी के साथ लाखों की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। मझगवां गांव के निवासी रिखी राम और उसके बेटों ने सेना से रिटायर फौजी देवप्रकाश दुबे को सरकारी जमीन अपनी बताकर 25 लाख में बेच दी और 15 साल बाद अब फिर से इसी जमीन पर अपना दावा ठोंक दिया।देवप्रकाश दुबे की आप-बीती और पुलिस की जांच
पीड़ित फौजी ने जब पैसे वापस मांगे तो रिखी राम ने हरिजन कल्याण थाने में मारपीट जातिसूचक शब्द बोलने और जमीन हड़पने की शिकायत कर दी। मामले में दुबे ने रांझी पुलिस से शिकायत की जिस पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।देवप्रकाश दुबे ने पुलिस को बताया कि साल 2014 में उमेश पटेल के जरिये उनकी मुलाकात मझगवां निवासी रिखीराम से हुई थी।
जमीन की सच्चाई और धोखाधड़ी का खुलासा
रिखीराम ने जमीन किराए पर देने की बात कही और बाद में उसे बेचने का सौदा कर लिया,दुबे ने रिखीराम को 25 लाख रुपए दिए लेकिन जब रिंग रोड के लिए जमीन का नाप-जोख किया गया।तो पता चला कि यह जमीन सरकारी है,देवप्रकाश दुबे को पता चला कि रिखीराम ने यही जमीन 2009 में रमेश सोनी को भी बेच दी थी।
पुलिस की कार्रवाई और न्याय की उम्मीद
अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले में क्या कार्रवाई करती है और पीड़ित फौजी को उसका पैसा वापस मिलता है या नहीं।पुलिस जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी और पीड़ित को न्याय दिलाने का प्रयास करेगी।