मोहर्रम पर्व:शांति और सौहार्द का प्रतीक,पुलिस अधीक्षक की अपील...
मोहर्रम पर्व को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस अधीक्षक जबलपुर सम्पत उपाध्याय ने टिपारी/ताजिया/सवारी रखने वाले आयोजकों की बैठक ली।इस दौरान उन्होंने आयोजकों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए,जिससे मोहर्रम पर्व को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण तरीके से मनाया जा सके।मोहर्रम पर्व के लिए दिशा-निर्देश
- मोहर्रम पर्व पर आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों की सूचना आवश्यक रूप से संबंधित थाने में दें, जिससे पुलिस और प्रशासन को आवश्यक तैयारियां करने में मदद मिल सके।
-सभी कार्यक्रम पूर्व परंपरागत होंगे,कोई भी नए कार्यक्रम की शुरुआत की अनुमति नहीं रहेगी,जिससे शांति और सौहार्द बनाए रखा जा सके।
-डीजे का उपयोग पूर्णतःप्रतिबंधित है,अतःइसका उपयोग न किया जाए,जिससे ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके।
-प्रत्येक सवारी/ताजिया स्थल पर 2 साउंड बॉक्स की ही अनुमति प्रदान की जाएगी,जिससे ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके।
-लंगर बांटने के दौरान लंगर फेंककर नहीं,पैकेट में हाथों-हाथ दिया जाए,जिससे लंगर को सम्मान और शुद्धता के साथ बांटा जा सके।
पुलिस और प्रशासन की तैयारी
-पुलिस अधीक्षक ने आयोजकों को आश्वस्त किया है कि पुलिस और प्रशासन स्तर पर जो भी हर संभव सहायता की जा सकती है,वह दी जाएगी,जिससे मोहर्रम पर्व को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण तरीके से मनाया जा सके।
-पुलिस और प्रशासन की टीमें मोहर्रम पर्व के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैयार हैं, जिससे किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
आयोजकों की जिम्मेदारी
-पंडाल लगाते समय इस बात का ध्यान रखें कि आवागमन अवरुद्ध न हो,जिससे लोगों को आने-जाने में परेशानी न हो।
-पंडाल में सीजफायर आवश्यक रूप से रखें ताकि छोटी-मोटी अग्नि दुर्घटना को तत्काल नियंत्रित किया जा सके,जिससे सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।
-पंडाल को चारों तरफ कनात से अच्छी तरह घिरवाएं ताकि पंडाल में कोई मवेशी न घुस सके,जिससे पंडाल की सुरक्षा और स्वच्छता को बनाए रखा जा सके।
निष्कर्ष
मोहर्रम पर्व को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण तरीके से मनाने के लिए पुलिस और प्रशासन की तैयारियां पूरी हैं।आयोजकों को भी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा और दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा, जिससे मोहर्रम पर्व को सफलतापूर्वक मनाया जा सके।
