निराश कोरोना पीड़ित लोकसेवक दोहरी मार का शिकार,मेडिक्लेम मिलने का कर रहे वर्षो से इंतजार...

निराश कोरोना पीड़ित लोकसेवक दोहरी मार का शिकार,मेडिक्लेम मिलने का कर रहे वर्षो से इंतजार...

ब्यूरो रिपोर्ट...


जबलपुर।।प्रदेश में कोरोना वैश्विक महामारी के दोनों दौर में अनेक अपनों से बिछड़ गए,समुचा परिवार मिट गया।विभीषिका का दंश झेलने वाले अनेक लोकसेवकों ने अपना सबकुछ लुटा दिया लाखों रुपयों का इलाज करवाकर सुरक्षित बच पाये फिर भी वे अब दोहरी मार का शिकार हो रहें है।कोरोना काल में बीमार अधिकारीयों व कर्मचारियों(लोकसेवकों )ने अपने और अपने परिवार वालों के इलाज में लाखों रूपये खर्च कर दिए।बमुश्किल कुछ किस्मत के धनी अपनी जान बचा पाये तो कुछ के परिवार वाले भी सकुशल बच गए।

कोरोना के इलाज में खर्च रुपयों को वापिस प्राप्त करने के लिए उन सभी लोकसेवकों ने सारे मेडिकल सर्टिफिकेट,दवाइयों के पर्चे,भर्ती की रसीद,जांचो के बिल,डॉक्टर्स की पर्चीयां,सी टी स्कैन रिपोर्ट, कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट और सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए जगह नहीं होने पर प्राइवेट में इलाज की अनुमति का पत्र यहाँ तक कि सरकारी अस्पताल में भर्ती और दवाइयाँ प्राइवेट से खरीदकर लाकर इलाज करवाया उसके प्रमाण सबकुछ विधिवत जमा करवा दिया तब भी उन लोकसेवकों को विगत 3 वर्षों से शासन से इलाज में लगाई गयी राशि वापिस नहीं मिली जिसे मेडिक्लेम कहते है।यदि कुछ लोकसेवकों को मेडिक्लेम मिला भी तो उनके द्वारा इलाज में लगाया गयी पूरी राशि नहीं मिली।

वहीं इस बारे में मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन के जिला अध्यक्ष दिलीप सिंह ठाकुर ने बताया कि ये बहुत ही गंभीर मामला है क्योंकि वैश्विक महामारी कोरोना से जैसे-तैसे जान बचा पाये तो अब कर्ज के बोझ तले दब गए लोकसेवकों की पीड़ा समझने सक्षम अधिकारी तैयार नहीं है राशि के लिए अनावश्यक भटका रहें है,हलाकान परेशान लोकसेवकों में भारी रोष व्याप्त है।मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन मुख्यमंत्री और स्थानीय प्रशासन से पत्राचार कर कोरोना पीड़ित लोकसेवकों के इलाज में खर्च रुपयों को जिसे मेडिक्लेम कहते है,शीघ्र अतिशीघ्र दिलवाने की मांग करता है ताकि उन लोकसेवकों को कर्ज से राहत मिल सकें।


Post a Comment

Previous Post Next Post
eaglenews24x7

क्या कहते है सितारे