साइकिल चलाते हुए सर में डंडा रखकर कर 55 वर्षीय बुजुर्ग जाते है काम पर गजब की है बैलेंसिंग.....
जबलपुर।।आपने अक्सर सर्कस में जाकर करतबबाज को करतब कर बैलेंस बना कर देखा होगा,लेकिन एक 55 वर्षीय बुजुर्ग की बैलेंसिंग का कमाल ऐसा है कि आप दांतो तले उंगली दबा लेंगे जी हम बात कर रहे है 55 वर्षीय बुजुर्ग अजय कुमार तिवारी शोभापुर निवासी की जिनकी बैलसिंग पावर कमाल की है।जहा 55 वर्षीय बुजुर्ग जबलपुर शहर में सेक्युरिटी गार्ड का काम करते है वही वह रोजाना साइकिल से काम पर जाते है।लेकिन सिर्फ साइकिल साधारण नही जब वह घर से निकलते है तो एक 8 फ़ीट लंबे डंडे को अपने सर पर ऱखकर साइकिल पर सवार होकर लगभग 8 किलोमीटर अपने काम पर जाते है,कभी उनके सर पर डंडा होता है।
तो कभी साईकिल चलाते-चलाते एक उंगली पर वह डंडे को बैलेंस कर साइकिल चलाते हुए नजर आते है।लेकिन मजाल है कि कितनी भी भीड़ सड़क पर हो डंडा उनके सर या उंगली से नीचे गिर जाए,,इस करतब को देख लोग दांतो तले उंगली दबा लेते है।
वही जब अजय तिवारी से पूछा गया कि वह ये सब कैसे कर लेते है तो उन्होंने बताया उन्हें शुगर की गंभीर बीमारी हो गयी थी।उसके बाद लगभग 6 सालो से वह निरंतर योग कर रहे है वही सुबह वह पहाड़ी पर जाकर योग कर अपने मन को एकाग्रत कर धीरे-धीरे बैलेंस बनाना सीखा।फिर उनकी शुगर की बीमारी भी बिल्कुल ठीक हो गयी और उन्होंने ये बैलेंसिंग का योग सीखा,जहा उन्होंने ने कहा हर मनुष्य को योग करना चाहिए इससे गंभीर से गंभीर बीमारी भी ठीक होती है और तन-मन सब स्वस्थ रहता है,,उन्होंने ने कहा अगर जीवन मे योग करेंगे तो हमेशा निरोगी रहेंगे,वही जो योग नही करेगा उसे रोग होगा.....