कोविड-19 के चलते पुनः सूनी रही बंदियों की कलाई.......
जबलपुर।।22 अगस्त 2021 रक्षाबंधन के पावन पर्व पर कोविड-19 चलते कोरोना संक्रमण को देखते हुए नेताजी सुभाष चंद्र बोस केंद्रीय कारागृह जबलपुर सेंट्रल जेल में एक बार फिर भाइयों की कलाई सुनी रही बहनों ने लगभग 2 सालों से अपने भाइयों को राखी नहीं बांध पाई है जिसका मात्र एक कारण कोरोनावायरस संक्रमण जैसी वैश्विक महामारी जिसके चलते जबलपुर केंद्रीय कारागृह उप जेल अधीक्षक मदन कमलेश ने जानकारी देते हुये विशेष बातचीत में eaglenews 24x7 की टीम को बताया कोरोनावायरस के चलते इस बार राज्य सरकार के आदेश अनुसार जिला कलेक्टर के द्वारा सावधानी बरतते हुए हवालाती एवं बंदियों की रक्षाबंधन में होने वाली जेल प्रांगण के अंदर भाई बहनों की मुलाकात को रद्द कर दिया गया है।
जैसा कि आपने देखा पहली और दूसरी लहर में अनगिनत लोगों की मृत्यु हुई है अनगिनत लोग संक्रमित हुए हैं इसे देखते हुए इस बार भी जेल में रक्षाबंधन में भाई एवं बहनों की मुलाकातों को विराम दिया गया है अतःबंदी एवं हवलाती और जेल पुलिस उनके परिवारों की सुरक्षा हेतु यह कड़ा कदम उठाया गया है जेल उप अधीक्षक मदन कमलेश के द्वारा बताया गया है जेल परिसर में मुलाकातें बंद हैं वही जेल में निरुद्ध बंदी जो कि आजीवन कारावास एवं छोटी सजाओ में बंद है उनका एवं उनके परिवार की फोन द्वारा 470 बंदी व हवालाती के परिजनों से बात कराई गई है साथ ही जो परिजन जेल गेट तक पहुंच चुके थे उनसे राखी नारियल रुमाल एवं जेल प्रशासन ने हिंदू रीति रिवाज को ध्यान में रखते हुए बहनों की राखियां जेल के अंदर बंदी भाइयों तक पहुंचाई गई है यह बड़ी अच्छी पहल है जेल प्रशासन की बंदी और उनके परिजनों का स्वास्थ्य का एवं त्योहारों में हिंदू रीति रिवाज के हिसाब से पूर्ण रुप से ध्यान रखा गया है।
साथ ही आजीवन कारावास के बंधुओं को नए नए तरीके से प्रधानमंत्री कौशल योजना के तहत प्रशिक्षण दिया जा रहा है साथ ही कोविड-19 का प्रथम डोज का टीका 100% पूर्ण किया गया है।जैसा कि देखा जाए कोरोना संक्रमण से पूरे भारतवर्ष एवं मध्य प्रदेश में अधिक संख्या में मौतों का आंकड़ा देखने को मिला लेकिन केंद्रीय कारागार जबलपुर में कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुसार व्यापक स्वास्थ्य एवं उपचार सुविधाएं दी गई जिसके चलते बंदी व हवालातियों में से ना ही किसी को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी और ना ही किसी की मौतें हुई कम संसाधनों में जेल विभाग के अधिकारियों ने बेहतर सुरक्षित कार्य किया।