जबलपुर, स्वास्तिक अस्पताल पर लापरवाही के आरोप, दिल्ली तक शिकायत पैर का घाव लेकर अस्पताल पहुँचे बुजुर्ग को तनिक भी आभास न रहा होगा कि चंद दिनों बाद उसके साथ क्या होने वाला है। बुजुर्ग के बेटे ने स्वास्तिक अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसका कहना है कि पैर में घाव का उपचार करने भर्ती हुए लेकिन उनकी एंजियोप्लास्टी कर दी गई। वह भी ऐसे कि उसके पिता कोमा में चले गए। मामले की शिकायत सीजीएचएस के दिल्ली मुख्यालय तक पहुँच गई है।
जगदीश प्रसाद सोनी को पैर में चोट लगने की वजह से 14 अक्टूबर को स्वास्तिक अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल प्रबंधन ने 22 अक्टूबर को उनकी एंजियोग्राफी कराने का निर्णय लिया। बुजुर्ग के पुत्र हेमंत का कहना है कि उसकी मनाही के बाद भी ऑपरेशन कर दिया गया और वह कोमा में चले गए। मामला बिगड़ने पर अस्पताल प्रबंधन ने यह कहते हुए मरीज को नागपुर रेफर करने की बात कही कि उनके पास कोई न्यूरो सर्जन नहीं है।
हार्ट में ब्लॉकेज
इधर अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि मरीज के हार्ट की तीनों नसें ब्लॉक थीं, जिस वजह से ही पैरों में परेशानी हो रही थी। बाद में उनकेे ब्रेन में भी क्लॉटिंग हुई। ब्रेन सर्जरी की सुविधा न होने के कारण उन्हें रेफर किया गया।