GST कम होने से क्या फायदा और नुकसान?सच जानकर आप हैरान रह जाएंगे...
भारत में GST(Goods and Services Tax)को आम आदमी की सुविधा और टैक्स सिस्टम को आसान बनाने के लिए लाया गया था।लेकिन जब भी GST कम करने की बात होती है,तो जनता खुश हो जाती है।सबको लगता है कि चीज़ें सस्ती हो जाएंगी और जेब पर बोझ कम होगा।सवाल यह है कि क्या वाकई GST कम होने से सिर्फ फायदे होंगे?या इसके पीछे कुछ ऐसे नुकसान छिपे हैं जो आने वाले समय में जनता को और बड़ी मुश्किल में डाल सकते हैं।
GST कम होने के दिखने वाले फायदे
•सामान और सेवाएं थोड़ी सस्ती हो सकती हैं
•ग्राहकों की खरीदारी बढ़ सकती है
•छोटे व्यापारियों को राहत मिल सकती है
लेकिन…ये फायदे ज़्यादा लंबे समय तक टिकते नहीं।
GST कम होने के असली नुकसान (जिन पर कम लोग ध्यान देते हैं)
1.सरकार की कमाई पर सीधा असर
GST सरकार की सबसे बड़ी आय का जरिया है। अगर सरकार की कमाई घटेगी तो
•सड़कें,अस्पताल,स्कूल और अन्य सुविधाओं का बजट कटेगा।
•जनता को लंबे समय में कम सुविधा और ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ेगी।
2.सस्ता सामान=घटिया क्वालिटी
जब टैक्स कम होगा तो कंपनियां अपनी लागत घटाने के लिए अक्सर क्वालिटी से समझौता करती हैं।
•मार्केट में सस्ता लेकिन घटिया सामान भर जाता है।
•जनता कुछ समय बाद समझती है कि"सस्ता खरीदना महंगा पड़ गया।"
3.राजस्व घाटा पूरा करने के नए टैक्स
सरकार अगर GST कम करेगी तो राजस्व घाटा कहीं न कहीं से वसूलेगी।
•नए टैक्स,सर्विस चार्ज,सेस या अप्रत्यक्ष टैक्स का बोझ फिर जनता की जेब से ही निकलेगा।
•यानी"कम GST"सिर्फ एक शॉर्ट-टर्म राहत है,लेकिन लॉन्ग-टर्म प्रॉब्लम।
4.इकोनॉमी पर दबाव
कम GST का मतलब है कम पैसा सरकारी खजाने में।
•इससे देश का फिस्कल डेफिसिट बढ़ेगा,
•विदेशी कर्ज़ लेना पड़ेगा,और
•अंत में जनता पर महंगाई का बड़ा बम फूटेगा।
जनता के लिए असली संदेश
सिर्फ GST कम होने पर खुश होना पर्याप्त नहीं है,हमें यह समझना होगा कि:
•अगर सरकार की कमाई कम होगी,तो इसका असर सीधे जनता की जिंदगी पर पड़ेगा।
•हमें शॉर्ट-टर्म सस्ती चीज़ों से ज्यादा,लॉन्ग-टर्म स्थिर अर्थव्यवस्था की ज़रूरत है।
निष्कर्ष
GST कम होना सुनने में अच्छा लगता है,लेकिन असलियत यह है कि इसके नुकसान फायदे से कहीं बड़े हैं।यह जनता को एक अस्थायी खुशी देता है, लेकिन भविष्य में महंगाई,घटिया क्वालिटी और कम सरकारी सेवाओं का खतरा बढ़ा देता है।इसलिए,हमें हर बार GST कटौती की खबर पर सिर्फ ताली नहीं बजानी चाहिए,बल्कि सोचना चाहिए–"क्या यह हमारी जेब के लिए सच में फायदेमंद है या सिर्फ एक और जाल?"