मध्यप्रदेश में बारिश की विभीषिका:बाढ़ और तबाही की कहानी...
मौसम।।मध्यप्रदेश में बारिश ने बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं,जिससे कई जिलों में जनजीवन प्रभावित हुआ है,डिंडोरी में 100 से अधिक गांवों का संपर्क टूट चुका है,जबकि जबलपुर,मंडला और सिवनी में भी समस्या गंभीर है।प्रभावित जिलों की स्थिति और चुनौतियाँ
-डिंडोरी:100 से अधिक गांवों का संपर्क टूटा,ग्रामीण क्षेत्रों में राहत कार्य चुनौतीपूर्ण
-मंडला:SDRF ने 5 लोगों को रेस्क्यू किया,लगातार 12 घंटे बारिश से रास्ते बंद,प्रशासन की मुस्तैदी
-सिवनी:पुल-पुलिया डूबने से यातायात ठप,लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम जारी
-गुना:नदियों पर पानी भरने से बमोरी मार्ग बंद,रेलवे अंडर ब्रिज में पानी भरने से ट्रक डूबा,यातायात व्यवस्था प्रभावित
अन्य प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति
-शिवपुरी:भारी बारिश से जलभराव और बाढ़ जैसे हालात, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है
-श्योपुर:पार्वती नदी उफान पर,श्योपुर-बारां हाईवे बंद, प्रशासन ने वैकल्पिक मार्गों का प्रबंध किया
-अशोकनगर:घरों में पानी घुसने से लोगों को परेशानी, राहत कार्य में SDRF और स्थानीय प्रशासन जुटा हुआ है
मौसम विभाग की चेतावनी और संभावित खतरे
मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी करते हुए रीवा, शहडोल, सागर और जबलपुर में भारी बारिश की संभावना जताई है, साथ ही आकाशीय बिजली और तेज हवाओं की चेतावनी दी है। ओडिशा में चक्रवात के कारण मध्य प्रदेश में द्रोणिका सक्रिय होने से हवा की गति 40 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है, जिससे और अधिक खतरा हो सकता है।
प्रशासन की कार्रवाई और राहत कार्य
प्रशासन अलर्ट मोड पर है और राहत बचाव कार्य में जुटा हुआ है,मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने प्रभावित जिलों के कलेक्टरों को राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं। SDRF और अन्य बचाव दल प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य में जुटे हुए हैं,लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है और आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।