जबलपुर जिले की पनागर नगर पालिका में बाजार बसूली करने वाले कर्मचारियों ने मचाई लूट।
रशीद मांगो तो 20 रु,नही तो 10 भी चलेगा की तर्ज पर दुकानदारों से बसूल रहे पैसा नगर पालिका की आय में लगाई करोड़ों रु की चपत। पनागर में शनिवार को भरने वाले साप्ताहिक बाजार में आसपास सहित बाहरी व्यापारी एवं ग्रामीण क्षेत्र के लोग बाजार में अपनी दुकान लगाने के साथ ही हजारों लोग बाजार करने आते हैं,यहां लगने वाली दुकानों से नगर पालिका अपना टेक्स बसूलती है,जो नगर पालिका की आय का महत्वपूर्ण श्रोत माना जाता है,क्योंकि इस राशि से नगर पालिका अपने निकाय अंतर्गत जनहितैषी कार्य करा सके,लेकिन यहां नगर पालिका के कुछ कर्मचारी बाजार से बसूली गई राशि का बहुत बड़ा चोरी से हिस्सा अपनी जेब मे भर लेते है बाद में इस राशि का आपस मे बंदर बांट कर लेते है,वहीं सूत्रों की माने तो इस राशि का बड़ा हिस्सा रसूखदारों के यहां भी बंधा है, जिनके दबाब के चलते बसूली का यह सिलसिला खुलेआम कई सालों से नगर पालिका में चल रहा है,वहीं बाजार में लगाने वाले कुछ दुकानदारों के बताए अनुसार कर्मचारियों को राशि देने के बाद उन्हें रशीद नही दी जाती है,तो वहीं कुछ ने बताया कि कभी कभार दे देते है।हैरानी तो तब हुई जब कुछ लोगों ने बताया कि उनसे 10 रु ले लेते हैं, उनसे रशीद की मांग करो तो 20 रु की मांग करते है,कहीं कहीं तो दुकानदारों से पूरे 20 रु की राशि लेने के बाद भी उन्हें रशीद देने के नाम पर आनाकानी करते हैं।ऐसा नगर पालिका में पिछले कई सालों से चलता आ रहा है,यह सब नगरपालिका के जिम्मेदार अधिकारियों की घोर लापरवाही का नतीजा है जिसकी अनदेखी के चलते नगर पालिका में करोड़ों रु का गबन हुआ है,मीडिया के दखल के बाद नगर पालिका में हड़कंप मच गया है,मामला संज्ञान में आते ही मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने बसूली कर रहे कर्मचारियों का प्रभार बदलते हुए उन्हें जबाब पेश करने का नोटिश थमा दिया है, वहीं विभाग में बैठे प्रभारी राजेन्द्र कुशवाहा को तो यह भी नही पता कि नगर पालिका में प्रत्येक दिन थोक व्यापारियों,सब्जी विक्रेता, हाँथ ठेला,आदि से निकाय को प्रत्येक सप्ताह कितनी राशि आती है।जिसके चलते बसूली प्रभारी पूरे मामले में जबाब देने के बजाय मीडिया से दूर भाग रहे हैं।
ऐसा नगर पालिका में पिछले कई सालों से चलता आ रहा है,यह सब नगरपालिका के जिम्मेदार अधिकारियों की घोर लापरवाही का नतीजा है जिसकी अनदेखी के चलते नगर पालिका में करोड़ों रु का गबन हुआ है,मीडिया के दखल के बाद नगर पालिका में हड़कंप मच गया है,मामला संज्ञान में आते ही मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने बसूली कर रहे कर्मचारियों का प्रभार बदलते हुए उन्हें जबाब पेश करने का नोटिश थमा दिया है, वहीं विभाग में बैठे प्रभारी राजेन्द्र कुशवाहा को तो यह भी नही पता कि नगर पालिका में प्रत्येक दिन थोक व्यापारियों,सब्जी विक्रेता, हाँथ ठेला,आदि से निकाय को प्रत्येक सप्ताह कितनी राशि आती है।जिसके चलते बसूली प्रभारी पूरे मामले में जबाब देने के बजाय मीडिया से दूर भाग रहे हैं।