संभागायुक्त की अध्यक्षता में निजी अस्पताल संचालकों की बैठक संपन्न


जबलपुर,  संभागायुक्त श्री महेशचंद्र चौधरी की अध्यक्षता में आज शहर के निजी हॉस्पिटल संचालक व चिकित्सकों की बैठक कलेक्टर सभागार में आयोजित की गई। इस दौरान आईजी श्री बी एस चौहान, कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री सिद्धार्थ बहुगुणा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रियंक मिश्र, डीन मेडिकल कॉलेज श्री प्रदीप कसार सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

कमिश्नर श्री चौधरी ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड 19 संक्रमण की रोकथाम व बचाव के लिए समाज के सभी वर्गों का सहयोग आवश्यक है अतः इस दिशा में सभी के साथ मिलजुल कर इस आपदा से निपटना प्राथमिक कार्य है। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में कोविड पेशेंट की मृत्यु ना हो लोगों की जान बचाना ही सबसे महत्वपूर्ण काम है, अतः इस दिशा में लापरवाही बिल्कुल ना की जाए। उपलब्ध संसाधनों के बेहतर उपयोग कर मरीजों को बेहतर उपचार सुनिश्चित कराना हम सभी का दायित्व है। वर्तमान में कोविड-19 संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए उन्होंने कहा कि शहर के सभी चिन्हित अस्पताल इसकी तैयारी कर लें बिस्तर व्यवस्थाक व आवश्यक चिकित्सीय व्यवस्थाएं बेहतर हो और लोगों का उपचार करें। कोविड पेशेंट के बेहतर इलाज के लिए उन्होंने एक उच्च स्तरीय समिति का गठन कर कहा कि समिति कोविड केयर सेंटर व अस्पतालों की निगरानी करने के साथ वहां की चिकित्सीय व्यवस्थाओं का जायजा भी लेंगे और यदि कहीं अव्यवस्था पाई जाती है या मरीजों का समुचित उपचार नहीं किया जाता है तो उनके विरुद्ध डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत कार्यवाही भी की जा सकती है। उन्होंने कहा कि एक व्यवस्थित कम्युनिकेशन प्लान विकसित करें ताकि सभी को पता चल सकते चल सके कि किस अस्पताल में कितने बिस्तर खाली हैं और इसकी जानकारी मरीजों को भी लग सके । जिससे मरीज परेशान ना हो। इसके साथ ही उन्होंने हेल्पडेस्क को सशक्त करने निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए। बैठक में सभी अस्पताल संचालकों से एक-एक कर वहां की चिकित्सीय व्यवस्थाओं के साथ बिस्तर व्यवस्था आदि के संबंध में जानकारी ली गई और कहा कि वे मरीजों का उचित उपचार करें। अनावश्यक मरीजों को रेफर ना करें । किसी भी स्थिति में पैसे के अभाव में मरीजों का मौत ना है यह सुनिश्चित की जाए। किसी अस्पताल से शिकायत नहीं मिलनी चाहिए कि वे मरीजों को ठीक से हैंडल नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि व्यक्ति के जीवन की सुरक्षा करना पहला दायित्व है, अत: प्राइवेट हॉस्पिटल संचालक प्लाज्मा डोनेशन को प्रमोट करें और प्लाज्मा थेरेपी का उपयोग भी करें। कमिश्नर श्री चौधरी ने कहा कि डीन मेडिकल कॉलेज हर एक कोविड पेशेंट की मृत्यु की जांच करेंगे और अब सभी अस्पतालों के बेहतर प्रदर्शन का आकलन किया जाएगा इसलिए अभी से बेहतर क्लीनिकल तैयारियां कर ली जाए ताकि किसी व्यक्ति की मृत्यु ना हो। उन्होंने कहा कि यदि मरीजों को बेहतर इलाज सुनिश्चित नहीं कर पा रहे हैं तो कानूनी कार्यवाही भी की जा सकती है अतः इलाज में लापरवाही न करें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि संकट के इस दौर में लाभ के सिद्धांत पर नहीं बल्कि मानवता की दृष्टिकोण से व संवेदनशीलता के साथ मरीजों का इलाज करें । बैठक के दौरान आईजी श्री चौहान व कलेक्टर श्री शर्मा ने भी कोरोना कंट्रोल के भावी रणनीति के बारे में बताया और उसे कार्यरूप में लाने के उपायों के बारे में भी जानकारी देने के साथ अस्पताल संचालकों को बेहतर इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।

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