भोपाल। शिवराज सरकार ने आठ जिलों के ग्यारह रेशम केंद्रों को नोटिफाई कर दिया है। अब इन केंद्रों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा। पहले प्रदेश में रेशम केंद्रों की संख्या 98 थी जो अब बढक़र 109 हो गई है।
राज्य सरकार ने झाबुआ जिले में संदला, बालाघाट जिले में डोंगरिया नवीन एवं सीता डोंगरी, होशंगाबाद जिले में हरित गूजरवाडा एवं पिपरिया, हरदा जिले में दुधकच्छ, शहडोल जिले में कुम्हारी एवं सकरा, छिन्दवाड़ा जिले में हर्रई, सिवनी जिले में नरकावाडा तथा बुरहानपुर जिले में बुरहानपुर रेशम केंद्र नोटिफाई किये हैं।
प्रदेश में रेशम के उत्पादन हेतु रेशम के कीड़ों का पालन किया जाता है और उससे ककून लिया जाता है एवं धागा बनाकर बुनकर के माध्यम से रेशम के वस्त्र तैयार किये जाते हैं। ये केंद्र वहीं स्थापित किये गये हैं जहां पानी की पर्याप्त उपलब्धता है एवं तापमान 23 से 26 डिग्री के बीच है। इसीलिये ज्यादातर केंद्र नर्मदा बेल्ट में स्थापित किये गये हैं। इन केंद्रों के माध्यम से ग्रामीणों विशेषकर आदिवासियों को रोजगार प्रदान किया जाता है और उनकी आय में वृध्दि की जाती है।