जबलपुर, आम आदमी की समस्याओं के त्वरित निराकरण के उद्देश्य से कलेक्टर जबलपुर श्री कर्मवीर शर्मा द्वारा केयर बाय कलेक्टर नाम से जारी किया गया व्हाट्सएप मोबाइल नम्बर 7587970500 पर कम समय में ही लोगों की कठिनाइयों को दूर करने का अच्छा प्लेटफार्म साबित हुआ है ।
तीन दिन पहले शुरू किये गये केयर बाय कलेक्टर व्हाट्स अप नम्बर पर अभी तक करीब एक सौ से अधिक लोगों द्वारा शिकायत एवं सुझाव अथवा जानकारी से सबंधित सन्देश भेजे जा चुके हैं । केयर बाय कलेक्टर पर ब्लड कैंसर से पीड़ित एक महिला द्वारा पात्रता पर्ची न बन पाने के कारण राशन मिलने में आ रही कठिनाई का जिक्र करने पर तत्काल सबंधित क्षेत्र के कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी को निर्देश दिये गये । यह महिला उसके सन्देश पर तत्काल हुई कार्यवाही से संतुष्ट है ।एक सन्देश में ग्राम बुढागर में बिना अनुमति के बायोडीजल पम्प प्रारम्भ करने की गई शिकायत पर सम्बन्धित क्षेत्र के तहसीलदार के माध्यम से फौरन उसे सील करा दिया गया ।
केयर बाय कलेक्टर पर आये आधे से अधिक सन्देश कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराने के सुझाव तथा मास्क ने पहनने और फिजिकल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने वालों पर कठोर कार्यवाही करने की मांग को लेकर भेजे गये । दो सन्देश ऐसे भी थे जिनमें गम्भीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को उपचार हेतु मुंबई और दिल्ली ले जाने के लिये एयर एम्बुलेंस की अनुमति प्राप्त करने की प्रक्रिया पूछी गई थी । इनमें से एक मरीज को जिसे तत्काल एयरलिफ्ट करने की आवश्यकता थी उसे न केवल पूरी प्रक्रिया बताई गई बल्कि प्रक्रिया पूरी होने पर उसे तुरन्त अनुमति भी दे दी गई । यह मरीज आज सुबह एयर एम्बुलेंस से दिल्ली रवाना भी हो गया ।
इसी तरह नरसिंहपुर से एम्बुलेंस से आ रहे एक कोरोना पेशेंट का बीच रास्ते में ही ऑक्सीजन लेवल काफी कम हो जाने के मिले सन्देश पर तत्काल मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराने की व्यवस्था की गई और सबसे पहले उसे ऑक्सीजन दी गई । केयर बाय कलेक्टर पर एक किसान द्वारा नामान्तरण हो जाने के बाद अभी तक ऋण पुस्तिका न मिलने की शिकायत के निराकरण के निर्देश सबंधित क्षेत्र के तहसीलदार को दिये गये । एक सन्देश में अस्पताल में भर्ती एवं होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना मरीजों से वीडियो कांफ्रेसिंग से हालचाल जानने की कलेक्टर कर्मवीर शर्मा द्वारा शुरू की गई व्यवस्था को काफी उपयोगी बताया गया । सन्देश भेजने वाले ने कहा कि वीडियो कांफ्रेंसिंग से सीधे बात करने की यह व्यवस्था मरीजों में सकारात्मकता आयेगी जो दवाओं से ज्यादा लाभकारी होगा । कुछ लोंगों ने राशन कार्ड बनबाने की प्रक्रिया पूछने सन्देश भेजे ।